Free to Protest Like a Rebel... Madan Rathore Takes a Dig at Ravindra Singh Bhati
BREAKING
पत्नी ने बताया- आतंकियों ने हिंदू-मुस्लिम पूछकर पति को मार डाला; कह रहे थे कलमा पढ़ो, कानपुर के शुभम की 2 महीने पहले हुई थी शादी प्रधानमंत्री मोदी ने कर दिया बड़ा ऐलान; कहा- आतंकियों को अब मिट्टी में मिलाने का समय आ गया, अकल्पनीय सजा देंगे, अंत तक नहीं छोड़ेंगे केंद्र सरकार ने दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई; शाम इतने बजे होगी यह बड़ी बैठक, कांग्रेस ने कहा- सरकार जो भी कदम उठाए, हम उसके साथ जम्मू-कश्मीर से एक और दुखद खबर; आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना का जवान शहीद, ऑपरेशन अभी जारी, ताबड़तोड़ गोलीबारी हो रही वाईएस जगन ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की, आंध्र पीड़ितो को केंद्रीय सहायता का आग्रह किया।

जैसे छूटा हुआ सांड होता है, वैसे ही वह विरोध करते हैं... मदन राठौड़ ने रविंद्र सिंह भाटी साधा निशाना!

Free to Protest Like a Rebel... Madan Rathore Takes a Dig at Ravindra Singh Bhati

Free to Protest Like a Rebel... Madan Rathore Takes a Dig at Ravindra Singh Bhati

जयपुर, 19 जनवरी: Madan Rathore Targets Ravindra Singh Bhati Over Opposition: राजस्थान में बाड़मेर के शिव विधानसभा से विधायक रविंद्र सिंह भाटी अक्सर सरकार और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ मुखर रहते हैं। हाल ही में रोहिणी म्यूजिक फेस्टिवल के आयोजन पर भी उनके समर्थकों का आक्रोश देखने को मिला। पाली के सर्किट हाउस में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से इस मुद्दे पर सवाल किया गया।

राठौड़ ने भाटी पर टिप्पणी करते हुए कहा, "वह निर्दलीय हैं, फ्री हैं। जैसे छूटा हुआ सांड होता है, वैसे ही वह विरोध करते हैं।" इसके साथ ही उन्होंने भाजपा विधायकों को लेकर कहा कि पार्टी अपने प्रतिनिधियों को समझाने का प्रयास करती है कि अभद्र भाषा का प्रयोग न करें।

जिलों के पुनर्गठन पर बोले मदन राठौड़
पाली संभाग को हटाए जाने के सवाल पर मदन राठौड़ ने कहा कि पिछली सरकार ने अपने चहेतों को खुश करने और सरकार बचाने के लिए आनन-फानन में जिलों की घोषणा कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान के कारण यह फैसला लिया गया।

उन्होंने कहा, "सचिन पायलट अपने समर्थकों के साथ सरकार गिराना चाहते थे। दूसरी तरफ, गहलोत सरकार बचाने में व्यस्त थे और निर्दलीय विधायकों को खुश करने के लिए नए जिले बना दिए। कई जिलों का विभाजन अव्यवस्थित तरीके से हुआ, जहां जनसंख्या और प्रतिनिधित्व का सही संतुलन नहीं था।"

समिति की समीक्षा और सरकार का फैसला
राठौड़ ने बताया कि सरकार ने जिलों और संभागों की समीक्षा के लिए पूर्व आईएएस अधिकारी ललित पवार की अध्यक्षता में एक समिति बनाई। रिपोर्ट के आधार पर कैबिनेट में फैसला लिया गया और जिलों और संभागों को रद्द कर दिया गया।

पाली संभाग पर राठौड़ की राय
पाली से नाता रखने वाले मदन राठौड़ ने कहा, "मैं पाली संभाग बनाए रखने का उचित समय पर निवेदन करूंगा। हालांकि, वर्तमान में पार्टी अध्यक्ष के तौर पर मैं सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया नहीं दे सकता।"

इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान को लेकर प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं।