Fraud in the name of job

नौकरी के नाम पर 100 से ज्यादा लोगों से ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार

Fraud in the name of job

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Fraud in the name of job- दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को तीन लोगों को गिरफ्तार कर फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी का भंडाफोड़ करने का दावा किया, जिसने विदेशों में नौकरी दिलाने का वादा कर 100 से अधिक लोगों को ठगा है। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के पास से पीड़ितों के 68 भारतीय पासपोर्ट, एक चीनी कंपनी के फर्जी जॉब ऑफर लेटर और तुर्की तथा इथियोपिया के फर्जी ई-एयर टिकट भी मिले हैं।

आरोपियों की पहचान सोहेल निजाम, परवेज आलम और अफरोज आलम के रूप में हुई है जो दिल्ली के रहने वाले हैं।

पुलिस ने बताया कि 3 अप्रैल को दिलावर सिंह नामक व्यक्ति ने सरिता विहार थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उसने आरोप लगाया कि तुर्की और इथियोपिया में प्रमुख विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने के बहाने 'एआर एंटरप्राइजेज' के मालिक ने उसके साथ धोखाधड़ी की है।

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने कहा, उसने विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने के बदले आरोपी को ऑनलाइन और नकद में एक लाख रुपए का भुगतान किया था। बदले में, उन्होंने उसे ई-वीजा, जॉब ऑफर लेटर और हवाई टिकट दिया, जो फर्जी निकला। पैसे मिलने के बाद आरोपियों ने शिकायतकर्ता के फोन उठाने भी बंद कर दिए।

जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर पुलिस टीम ने सोहेल निजाम को गिरफ्तार किया।

डीसीपी ने कहा, उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसकी बिना पर अफरोज और परवेज को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने विदेश में नौकरी की चाहत रखने वाले 100 से अधिक लोगों को ठगा है।

अधिकारी ने कहा, सोहेल ने खुलासा किया कि उन्होंने नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को धोखा देने के लिए 'एआर एंटरप्राइजेज' के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई। इस कंपनी के नाम और काम का प्रचार-प्रसार वे सोशल मीडिया के माध्यम से करते थे और तुर्की और इथियोपिया में प्रमुख विदेशी फर्मों में ज्यादा वेतन वाली नौकरी दिलाने के बहाने भोले-भाले लोगों को अपनी जाल में फंसा लेते थे।

वे पैसे मिलने के बाद पीड़ितों को व्हाट्सऐप के माध्यम से नौकरी के नकली ऑफर लेटर भेजते थे और नौकरी प्रक्रिया के तहत उनके पासपोर्ट अपने पास रख लेते थे। ठगी की राशि आरोपी एआर एंटरप्राइजेज के नाम से खोले गए बैंक खाते में मंगवाते थे।

उन्होंने कहा, बैंक खाते के विवरण से पता चला है कि लगभग 50-60 लाख रुपए के लेन-देन हुए हैं। इस बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया है।