FBI की निकासी से निवेशकों में खलबली, डॉलर और बॉन्ड यील्ड्स का असर!
- By Arun --
- Sunday, 22 Dec, 2024
FPI Withdrawal Stirs Investor Panic, Dollar and Bond Yields Take a Toll
FPI PULLBACK SHOCKED! पिछले हफ्ते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय शेयर बाजारों से 976 करोड़ रुपये की निकासी की। मजबूत अमेरिकी डॉलर और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स में वृद्धि के कारण निवेशकों का रुख प्रभावित हुआ।
निवेश में उतार-चढ़ाव
- 16-20 दिसंबर के बीच एफपीआई ने पहले 3,126 करोड़ रुपये का निवेश किया।
- बाद में तीन सत्रों में 4,102 करोड़ रुपये की निकासी हुई।
- कुल मिलाकर, एफपीआई ने सप्ताह के दौरान 976 करोड़ रुपये की निकासी की।
अभी भी सकारात्मक रुख
दिसंबर में अब तक एफपीआई का रुख सकारात्मक रहा है, और उन्होंने भारतीय बाजार में 21,789 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
निवेशकों का सतर्क रुख
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत और भविष्य के रुख के बारे में अनिश्चितता।
- ऊंचे मूल्यांकन, कमजोर कंपनियों के नतीजे और धीमी जीडीपी वृद्धि के कारण विदेशी निवेशकों में संकोच।
वैश्विक समस्याओं का असर
डॉलर इंडेक्स की मजबूती और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स में वृद्धि के कारण एफपीआई बिकवाली कर रहे हैं। भारत में वृद्धि को लेकर चिंता और कंपनियों के नतीजों के कमजोर होने का भी असर पड़ा है।
एफपीआई निवेश की ट्रेंड
- नवंबर में 21,612 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 94,017 करोड़ रुपये की भारी निकासी हुई थी।
- सितंबर में एफपीआई का शुद्ध निवेश 57,724 करोड़ रुपये रहा था, जो पिछले नौ महीनों का उच्चतम स्तर था।
2024 में एफपीआई निवेश
2024 में अब तक एफपीआई का निवेश भारतीय शेयर बाजारों में 6,770 करोड़ रुपये रहा है।