भारत के लोकतंत्र को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है विदेशी ताकत : स्मृति ईरानी
- By Vinod --
- Friday, 17 Feb, 2023

Foreign power trying to destroy India's democracy
Foreign power trying to destroy India's democracy- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस पर तीखा निशाना साधते हुए कहा है कि विदेशी ताकतें भारत के लोकतंत्र को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है। भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि जॉर्ज सोरोस का नंबर वन टारगेट भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और वे मोदी सरकार को सत्ता से हटाकर देश में एक ऐसी सरकार लाना चाहते हैं जो उनके हितों की रक्षा करे।
उन्होंने कहा कि जॉर्ज सोरोस ने भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए फंड का ऐलान किया है और यह सबको पता है कि वो किसे फंडिंग देते हैं, किस-किस तक पैसा पहुंचाते हैं।
स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि जॉर्ज सोरोस ने ऐलान किया है कि वो प्रधानमंत्री मोदी को अपने वार का मुख्य बिंदु बनाएंगे। सोरोस ने ऐलान किया है कि वो हिंदुस्तान में अपनी विदेशी ताकत के अंतर्गत एक ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जो हिंदुस्तान नहीं बल्कि उनके हितों का संरक्षण करेगी।
जॉर्ज सोरोस का यह ऐलान कि वो हिंदुस्तान में मोदी को झुका देंगे, हिंदुस्तान की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को ध्वस्त करेंगे उसका मुंहतोड़ जवाब देश के सभी नागरिकों, संगठन और राजनीतिक दलों के साथ-साथ हर हिंदुस्तानी को देना चाहिए।
जॉर्ज सोरोस को हम एकसुर में यह जवाब दें कि लोकतांत्रिक परिस्थितियों में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार और हमारे प्रधानमंत्री ऐसे गलत इरादों के सामने सिर नहीं झुकाएंगे।
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी की छवि को नुकसान पहुंचाने का षड्यंत्र तो पिछले कई वर्षों से हो रहा है लेकिन जब से भारत दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था वाला देश बना है एवं अमेरिकी राष्ट्रपति, फ्रांसीसी राष्ट्रपति और इंग्लैंड के प्रधानमंत्री तक भारत और भारतीयों का आभार जता रहे हैं, तबसे भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत ने विदेशी ताकतों को पहले भी हराया है और आगे भी हराएंगे।