पंजाब के सिविल अस्पताल में अलग तरह के पहले मामले में पेरिनियल यूरेथ्रोस्टॉमी का केस सफलतापूर्वक किया

पंजाब के सिविल अस्पताल में अलग तरह के पहले मामले में पेरिनियल यूरेथ्रोस्टॉमी का केस सफलतापूर्वक किया

पंजाब के सिविल अस्पताल में अलग तरह के पहले मामले में पेरिनियल यूरेथ्रोस्टॉमी का केस सफलतापूर्वक किया

पंजाब के सिविल अस्पताल में अलग तरह के पहले मामले में पेरिनियल यूरेथ्रोस्टॉमी का केस सफलतापूर्वक किया

-    सरकारी सब डिवीज़नल अस्पताल डेरा बस्सी में 70 वर्षीय रोगी का किया गया यूरेथरोल रीकंस्ट्रकशन 
-    मरीज को पहले मेडिकल कॉलेज सेक्टर 32, चंडीगढ़ द्वारा पीजीआई रेफर किया गया था। पीजीआई ने कर दिया था इंकार

चंडीगढ़, 22 मई
पंजाब के सिविल अस्पताल में अलग तरह के पहले मामले में पेरिनियल यूरेथ्रोस्टॉमी का केस सफलतापूर्वक किया गया। सरकारी सब डिवीज़नल अस्पताल डेरा बस्सी में 70 वर्षीय रोगी का यूरेथरोल रीकंस्ट्रकशन किया गया। इस मरीज को पहले मेडिकल कॉलेज सेक्टर 32, चंडीगढ़ द्वारा पीजीआई रेफर किया गया था, जहां पर पीजीआई, चंडीगढ़ ने इंकार कर दिया था। इस संबंधी जानकारी देते हुए एसएमओ डा. संगीत जैन ने बताया कि यह मरीज पहली बार 17 मई को सिविल अस्पताल आया था और 21 मई को अस्पताल में तैनात सर्जन डॉ. करण बीर सिंह के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम के तहत उसे सर्जरी के लिए ले जाया गया था।

डॉ. संगीता जैन ने बताया कि डेराबस्सी में डॉक्टरों की टीम द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब अस्पताल में हर महीने आम सर्जरी जैसे आंख, गायनोकोलोजी और हड्डी रोग सहित 300 से अधिक सर्जरी की जा रही है। पिछले एक साल में एसडीएच डेरा बस्सी ने ब्रैस्ट कैंसर, पेट के कैंसर, मूत्र संबंधी प्रक्रियाओं, जनरल सर्जिकल, इमरजैंसी और अन्य कई अन्य बीमारियों के लिए सर्जरी की गई है, जिनमें से अधिकांश पहली बार पंजाब के सिविल अस्पतालों में हुई हैं। 

एसएमओ ने बताया कि आयुष्मान भारत मुख्य मंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अस्पताल में बहुत से योग्य मरीजों का मुफ्त इलाज किया जा रहा है और सरकार के निर्देशों मुताबिक मामूली खर्च पर बड़ी सर्जरीस की जा रही है। उन्होंने अस्पताल के अन्य डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ जनरल सर्जन के रूप में डॉ. करण बीर सिंह द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की भी विशेष रूप से सराहना की।