FIITJEE Faces Controversy as Centers Shut Down and Fraud Allegations Surface

फिटजी विवाद: छात्रों के भविष्य पर संकट, प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज!

FIITJEE Faces Controversy as Centers Shut Down and Fraud Allegations Surface

FIITJEE Faces Controversy as Centers Shut Down and Fraud Allegations Surface

नई दिल्ली, 26 जनवरी: FIITJEE Faces Fraud Allegations and Center Shutdowns: ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-तीन में स्थित प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर फिटजी (FIITJEE) पर संकट के बादल छा गए हैं। सेंटर अचानक बंद होने से छात्रों और उनके अभिभावकों में हड़कंप मच गया। संस्थान के प्रबंधन पर धोखाधड़ी और जालसाजी के गंभीर आरोप लगे हैं।

फिटजी का स्पष्टीकरण

फिटजी ने जारी बयान में कहा कि यह समस्या अस्थायी है और जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि छात्रों की पढ़ाई और भविष्य को प्राथमिकता दी जाएगी। बयान में दावा किया गया कि किसी सेंटर को बंद करने का निर्णय प्रबंधन स्तर पर नहीं लिया गया, बल्कि साझेदारों और टीम के अचानक पीछे हटने से ऐसी स्थिति पैदा हुई। कंपनी ने अपने सभी छात्रों से भरोसा बनाए रखने की अपील की है।

अभिभावकों का गुस्सा, पुलिस में शिकायत

ग्रेटर नोएडा के सेंटर में पढ़ने वाले 125 से ज्यादा छात्रों के अभिभावकों ने प्रबंधन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। मनोज सिंह नामक अभिभावक ने बताया कि उनकी बेटी सुहाना ने 2022 में चार वर्षीय कोर्स के लिए दाखिला लिया था, जिसकी फीस 2.90 लाख रुपये थी। अब अचानक सेंटर बंद होने और शिक्षकों के चले जाने से पढ़ाई रुक गई है।

नॉलेज पार्क थाने में एमडी डीके गोयल, सीएफओ राजीव बब्बर, सीईओ मनीष आनंद और ग्रेटर नोएडा ब्रांच के हेड रमेश बटलेश समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अभिभावकों का कहना है कि इस धोखाधड़ी से सैकड़ों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।

फिटजी सेंटर बंद: शिक्षकों की सैलरी की समस्या

संस्थान में पढ़ाने वाले पूर्व शिक्षकों ने बताया कि उन्हें पिछले एक साल से सैलरी मिलने में समस्या हो रही थी। इसके चलते उन्होंने दूसरे सेंटर में पढ़ाना शुरू कर दिया।

नोएडा के अन्य सेंटर पर भी बंदी का असर

नोएडा के सेक्टर-62 सेंटर के बंद होने पर भी अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। यहां 2,000 से अधिक छात्र पढ़ते थे। 21 जनवरी को सेंटर ने तय समय से एक घंटा पहले छुट्टी कर दी और उसके बाद बंद कर दिया गया।

पुलिस का बयान और कार्रवाई

एसीपी अवनीश दीक्षित ने बताया कि अभिभावकों की शिकायत पर चार नामजद और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना अधिकारी को हर पहलू की जांच करने का निर्देश दिया गया है। अभिभावकों को आश्वासन दिया गया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी।

फिटजी का दावा: साजिश की आशंका

फिटजी ने बयान में कहा कि कुछ लोग संस्थान को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। कानूनी टीम इन मामलों पर काम कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस पूरे घटनाक्रम से छात्रों और अभिभावकों में चिंता गहरा गई है। अब सबकी नजरें पुलिस जांच और फिटजी के अगले कदम पर टिकी हैं।