गाजियाबाद के कबाड़ गोदाम में लगी भीषण आग, चपेट में आने से मां-बेटे 80 फीसदी झुलसे; 6 की हालत गंभीर
Fierce fire in Scrap Warehouse
गाजियाबाद। Fierce fire in Scrap Warehouse: नंदग्राम थाना क्षेत्र के विकास नगर में बृहस्पतिवार शाम एक कबाड़ के गोदाम(junkyard) में अचानक आग लग गई। कबाड़ में परफ्यूम की खाली बोतलें होने के कारण आग ने तत्काल की भीषण रूप(gruesome form) ले लिया। इस हादसे में मां-बेटे समेत आठ लोग झुलस गए। सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। यहां मां-बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों को दिल्ली जीटीबी अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। मौके पर पहुंची दमकल की पांच गाड़ियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
अंदेशा जताया जा रहा है कि बीड़ी की चिंगारी से आग लगी है।मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि विकास नगर में एक खाली पड़े प्लाट में सेवा नगर के मंजेश कुमार ने कबाड़ का गोदाम बनाया हुआ है। बृहस्पतिवार शाम कुछ लोग कबाड़ बीन रहे थे और परफ्यूम की खाली बोतलों को तोड़कर उनमें से एल्यूमीनियम निकाल रहे थे। इस दौरान एक बोतल में अचानक आग लग गई और कई बोतलें आसपास होने के कारण आग तेजी से फैल गई।
शाम 7:58 बजे दमकल विभाग को सूचना मिली तो मौके पर दमकल की पांच गाड़ियां भेजी गई। दमकल की गाड़ियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में नवाबगंज बरेली की रहने वाली बुद्धू पत्नी रामचंद व उनका 14 वर्षीय बेटा मोहित गंभीर रूप से झुलस गए।
दोनों परिवार के साथ नंदग्राम थाना क्षेत्र में ही रहते हैं। इनके साथ ही सेवा नगर की ज्योति, कृष्णा नगर की राजेश्वरी, सेवानगर का मंजेश, कृष्णानगर का रामू, कृष्णा नगर का ऋषभ व सेवा नगर का अवधेश मामूली रूप से झुलसे। बुद्धू व मोहित को संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां दोनों की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें दिल्ली जीटीबी अस्पताल के लिए रेफर किया गया। जबकि बाकी छह लोगों को मेरठ रोड स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां इनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
मौके पर मची चीख-पुकार तो मदद को भागे लोग (There was a hue and cry on the spot, then people ran for help.)
प्लाट में पड़े कबाड़ में लगी आग ने अचानक विकराल रूप ले लिया। प्लाट से आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगी। लोगों के झुलसने के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और लोग उनकी मदद के लिए दौड़ पड़े। लोगों ने निजी वाहनों से उन्हें अस्पताल पहुंचाया। मौके पर लोग राहत कार्य में जुटे और दमकल कर्मियों की मदद की।
रिहायशी कालोनी होने के कारण बन गया दहशत का माहौल (Being a residential colony created an atmosphere of panic)
जिस प्लाट में कबाड़ का गोदाम चल रहा था वह पूरा रिहायशी इलाका है और यहां बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। आग लगते ही आसपास के घरों के लोगों में हड़कंप मच गया और लोग घरों से बाहर निकल आए। दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन आग इतनी भीषण थी कि बुझाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। दमकलकर्मियों ने प्लाट को चारों तरफ से घेरकर पानी की बौछार कर आग पर काबू पाया।
यह पढ़ें:
अमेरिकी महिला ने भगवान शंकर को चढ़ाया सोने का मुकुट, एक साल पहले ही मुस्लिम धर्म छोड़ बनी थी हिंदू