सरकार की ग़लत नीतियों के कारण फतेहाबाद बिजली संकट की चपेट में - पुनिया
Wrong Policies of the Government
भाजपा सरकार को जनता विधानसभा चुनाव में वोट की चोट से जवाब देगी
भूना, फतेहाबाद, 31 जुलाई: Wrong Policies of the Government: कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव डॉ. विनीत पुनिया ने फतेहाबाद जिले में बिजली संकट को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए इसके लिए सरकार की गलत नीतियों को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जनता को बिजली-पानी तक नहीं दे पानी वाली भाजपा सरकार को जनता आगामी विधानसभा चुनाव में वोट की चोट से जवाब देगी।
भूना के चंदन नगर में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए डॉ. विनीत पुनिया ने कहा कि भीषण गर्मी में बिजली के अघोषित कटों से फतेहाबाद जिला के लोग परेशान हैं। पिछले दो दिनों से मताना, बड़ोपल, खाराखेडी, कुम्हारिया, ढाणी गोपाल, मेहूवाला सहित पूरे फतेहाबाद के अनेक गांवों और वार्डों में बिजली के लंबे-लंबे अघोषित कटों की शिकायत मिली। कभी फॉल्ट के नाम से तो कभी शॉर्ट सर्किट के नाम से कई-कई घंटे बिजली कटौती हो रही है। फतेहाबाद-भूना शहरों के बाहरी हिस्सों व गांवों की ढाणियों में रहने वाले लोग विशेष रूप से कम वोल्टेज की बिजली से ग्रस्त हैं। बिजली के लंबे-लंबे कटों से हर किसी का हाल-बेहाल है। जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार के सारे दावे फ़ेल हो रहे हैं।
डॉ. विनीत पुनिया ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार दावा कर रही है कि उसके पास पर्याप्त बिजली है। वहीं दूसरी ओर प्रदेश भर में बिजली संकट गहराया हुआ है, रातभर अघोषित कट लग रहे है, गर्मी से बुजुर्ग और बच्चे सबसे ज्यादा परेशान हैं।
डॉ. विनीत पुनिया ने कहा कि बिजली की भयावह स्थिति से स्पष्ट है कि भाजपा सरकार ने इस क्षेत्र में दस साल से कुछ नहीं किया। बिजली की तारें सब जर्जर हालत में है, प्रतिदिन सभी इलाक़ों से सप्लाई तथा वोल्टेज के कम रहने की शिकायतें मिलती रहती हैं। जब तक केबल और पूरी संख्या में उचित क्षमता वाले ट्रांसफ़ॉर्मर नहीं लगाए जाएंगे तब तक ये समस्याएं ऐसे ही बनीं रहेंगी।
डॉ पुनिया ने कहा कि अगर सरकार बिजली-पानी ही नहीं दे पा रही है, तो उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। सरकार को बयानबाजी छोड़कर जनता की मूलभूत जरूरतों खासकर बिजली-पानी का प्रबंध करने की ओर ध्यान देना चाहिए।
डॉ पुनिया ने कहा कि हर रोज़ होने वाली इस समस्या का समाधान जिला प्रशासन जल्द करे अन्यथा इलाके की जनता आंदोलन करने पर मजबूर होगी।
इस दौरान भगतराम, धर्मपाल प्रकाश एमसी, कर्मवीर, बलदेव, गुरुदेव बलदेव, बल्लू, सतपाल वकील, प्रेमचंद, धूप सिंह, रमेश, हनी मेहता, रामप्यारी, चांदनी, गीता, आशा रानी, ममता, संतोष, धनपति के अलावा मास्टर सुभाष धानिया, राजेश खिलेरी, कृष्ण गढवाल, सुनील विश्नोई, सुशील गोदारा, दीपक विश्नोई, प्रतीक कुमार, राजकुमार इंसा, अजय दांगी, बल्लू यादव भी मौजूद रहे।