बूंदी में बिजली के निजीकरण पर किसानों का हल्लाबोल; 20 जनवरी को आर-पार की लड़ाई की चेतावनी!
- By Arun --
- Saturday, 11 Jan, 2025
Farmers protest in Bundi against electricity privatization warn of indefinite strike from January 20
बूंदी, 11 जनवरी: Farmers Protest Against Privatization in Bundi, Issue 10-Day Ultimatum: राजस्थान के बूंदी जिले में शनिवार सुबह बिजली विभाग के माधोराजपुरा इलेक्ट्रिकल ग्रेड के निजीकरण के खिलाफ किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में किसान बिजली विभाग के कार्यालय में पहुंचे और धरना देकर निजीकरण का विरोध किया। घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार और अधीक्षण अभियंता मौके पर पहुंचे और किसानों की मांगें सुनी। अधिकारियों ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया।
10 दिन का अल्टीमेटम
धरना खत्म करने से पहले किसानों ने प्रशासन को 10 दिन का समय दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो 20 जनवरी को बिजली विभाग के कार्यालय पर ताला लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा।
किसान नेता गिरिराज गौतम ने कहा कि किसानों ने पहले भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी, लेकिन प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने कहा, "किसान किसी भी कीमत पर बिजली व्यवस्था का निजीकरण बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी जैसी व्यवस्था है, जो किसान हितों के खिलाफ है। अगर समय पर समाधान नहीं निकला तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।"
निजीकरण के खिलाफ रोष
गौतम ने चेतावनी दी कि किसी भी निजी कंपनी के व्यक्ति को ग्रामीण इलाकों में घुसने नहीं दिया जाएगा। किसानों का कहना है कि बिना उनकी सहमति के बिजली व्यवस्था को निजी हाथों में देना अस्वीकार्य है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
अधीक्षण अभियंता और तहसीलदार ने किसानों से बातचीत की और उनकी मांगों को जयपुर में उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। लेकिन किसानों का कहना है कि वे किसी भी तरह के आश्वासन से संतुष्ट नहीं होंगे और अपनी मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखेंगे।
किसानों ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी कि 20 जनवरी से पहले निर्णय न लेने पर उनके आंदोलन को रोक पाना संभव नहीं होगा।