सिरसा मेंं बरसों से चल रहे नकली पेस्टीसाइड, फर्टिलाइजर के धंधे का भंडाफोड़
Fake Pesticide and Fertilizer Racket
विभाग ने सैंपल भरकर दुकानों से प्रॉडेक्ट सीज किए
राजेंद्र कुमार
सिरसा, 30 जुलाई। Fake Pesticide and Fertilizer Racket: हरियाणा के सिरसा जिले में पिछले कई बरसों से कृषि उपयोगी नकली पेस्टीसाइड ,जिंक व अन्य प्रॉडेक्ट का धंधा करने वाले दुकानदारों का भंडाफोड़ किसानों ने किया है। राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों को शिकायत भेजे जाने के बाद कृषि विभाग के अधिकारी दुकानों पर रेड कर नकली दवा व अन्य प्रॉडेक्ट के सैंपल लेकर सीज करने में लगे हुए हैं। मंगलवार को विभाग द्वारा की जा रही इस कार्यवाही से सिरसा के साथ साथ हरियाणा,पंजाब व राजस्थान के दूसरे जिलों में भी हंड़कंप मचा हुआ है। प्रदेश में सिरसा मेंं सर्वाधिक पेस्टीसाइड व फर्टिलाइजर का उपयोग होता है।
किसान संगठन भारतीय किसान एकता के राष्ट्रीय अध्यक्ष लख्विंदर ंिसंह औलख ने बताया कि पिछले कई सालों से किसान की खेती दिन प्रति दिन बर्बाद होती जा रही है। पेस्टीसाइड व सीड माफिया हावी हो चुका है,वो किसानों को लुटने काम कर रहा हैं। अकले सिरसा में पेस्टिसाइड की 280 करोड़ की मार्किट है हरियाणा की 1800 से अधिक करोड़ की मार्किट है। सिरसा में जिंक की मार्किट 17 सौ टन की है। यहां जिंक 3 सौ साढ़े तीन सौ टन कंपनियों का बिकता हैे जबकि 1300 टन सब-स्टेंडर्ड कंपनियों का बिकता है।
उन्होंने बताया कि गावों से किसानों की काफी समय से शिकायत आ रही थी। विभिन्न कंपनियां एक्सपाइरी मॉल दुकानदारों को देती है,दुकानदार डेट बदल कर किसानों को बेच रहे हैं। 'गंदबंंद Ó अभियान हरियाणा में चलाया जा रहा है। इसको पूरे देश में चलाने की कोशिश कर रहे हैं।
सिरसा में किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी को राज्य सरकार के कृषि विभाग के डायरेक्टर व प्रिसिंपल सेक्रेटरी तक इसकी सूचना दी है। जिंक नकल बन रही है,नरवाना में इसकी फैक्ट्री है। किसान,राजा,तीसरा ब्रांड धरतीपुत्र है,ये नकली है जीरों प्रसेंट हैं। यह जिंक 12 से 15 रूपए किलो के बीच रेट है। जबकि नकली किसान को यह जिंक 300 से 350 रूपए प्रति थैली के हिसाब से बेची जा रही है। असली जिंक का रेट 75 से 95 रूपए प्रति किलो के बीच है। कांग्रेट एग्रोटेक कंपनी का भीमताल के नाम से प्रोडेक्ट आता है,एक्सपायरी 2022 की है जबकि बिल 2024 में मिस प्रिंट कर यानि डेट बदलकर बेचा जा रहा है। एक बठिंडा की कंपनी भी ऐसा ही कर रही है। उन्होंने मां की कि भारत सरकार व राज्य सरकार किसान की ओर ध्यान दें। ऐसे लोगों पर लगाम लगाई जाए। हिसार की एक कंपनी से जिंक सिरसा आई है,उतम नाम की यह जिंक है। सिरसा,हिसार व बठिंडा में ऐसी फैक्ट्रियां लग गई हैं। किसान व ईमानदार ट्रेडर को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने किसानों से आह्वान किया जिस भी दुकान से निम्न स्तर की पेस्टीसाइड व जिंक खरीदा है वह उसे वापिस करे। कृषि विभाग के उप कृषि निदेशक बार बार गुहार लगाने क ेबावजूद जांच में शामिल नहीं हो रहे हैं।