प्रयागराज में उमेश पाल के घर के पीछे धमाका, बमबाजी का आरोप; तीन संदिग्धों से पूछताछ जारी
Bombing again at Umesh Pal's house
Bombing again at Umesh Pal's house: प्रयागराज में उमेश पाल के घर के पास धुआं उठता देख सनसनी फैल गई. उमेश पास के जिस घर के पास ये धुआं उठ रहा था, उसमें उनकी मां और पत्नी रहती हैं. ये घर सुलेम सराय इलाके में है. पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है. पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. बता दें कि पिछले साल इसी घर के बाहर कार से उतरते समय उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. साथ में उनके दो सरकारी गनरों की भी हत्या की गई थी. तीनों हत्याओं का आरोप अतीक अहमद के गुर्गों पर लगा था. हत्याकांड के बाद से उमेश पाल के घर पर पुलिस फोर्स तैनात है.
मामले की जानकारी देते हुए प्रयागराज के DCP दीपक ने बताया कि मंगलवार को उमेश पाल के भतीजे रोहित पाल ने धूमनगंज थाने में फोनकर सूचना दी कि उमेश पाल के घर में पीछे की तरफ जहां पर पशु बांधते हैं, वहां पर तेज धुआं उठ रहा है और कूड़े में आग लग गई है. सूचना मिलते ही थाने की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची. साथ में ACP घूमनगंज भी मौके पर गए.
खुद घटनास्थल पर जांच करने पहुंचे ACP
ACP घूमनगंज द्वारा जब जांच की गई तो उसमें ये तथ्य प्रकाश में आया कि कूड़े में किसी ने ज्वलनशील पदार्थ डाला है. उमेश पाल के परिजनों द्वारा पड़ोसी संजय पटेल और उसके अन्य साथियों पर शंका जाहिर की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए संजय पटेल और उसके अन्य दो साथियों को हिरासत में ले लिया गया. मामले में वादी पक्ष से तहरीर लेकर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
घटना पर उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने क्या कहा?
उमेश पाल की पत्नी जया पाल का कहना है कि कुछ लोग हैं, जो होली पर दिवाली मनाना चाहते थे. इन लोगों से उनकी जान को खतरा है. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. जया पाल घूमनगंज थाने में अपने तीन नामजद पड़ोसियों संजय पटेल, अजय पटेल, रवि पटेल और दो अज्ञात के नाम FIR दर्ज कराई है. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. FIR में कहा गया है कि ये तीनों पड़ोसी लगातार घर की रेकी कर रहे थे. इन लोगों से उनकी जान को खतरा है.
एक साल पहले उमेश पाल की हुई थी हत्या
बता दें कि 24 फरवरी 2023 प्रयागराज का घूमनगंज इलाका बमबाजी और गोलीबारी से गूंज उठा था. इसी दिन राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. साथ में उनके दो सरकारी गनरों को भी निशाना बनाया गया था, जिसमें उन दोनों की भी मौत हो गई थी. हत्या को उस समय अंजाम दिया गया था, जब उमेश पाल कोर्ट से वापस घर लौट रहे थे.
जैसे ही उमेश पाल अपने घर के बाहर कार से उतरे, तभी अतीक अहमद के गुर्गों ने उन पर गोली बरसानी शुरू कर दी. साथ ही के अंदर और बाहर बम भी बरसाए. इस घटना के बाद पूरा प्रयागराज शहर दहल उठा था. प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक हत्याकांड को लेकर कोहराम मचा था.