EPFO ने कर्मचारियों की भविष्य निधि पर ब्याज दर बढ़ाकर 8.15% की, जानें इससे आपका फंड कितना बढ़ेगा
EPFO increased the interest rate on Employees PF to 8.15% know how much profit you will get.
EPFO Hikes Interest Rate: भविष्य निधि यानी PF हर कर्मचारी की वह गाढ़ी कमाई है, जो बुरे वक्त में साथ देती है। जरूरतें ज्यादा हों और सैलरी कम, फिर भी कमाई का एक हिस्सा इसमें जाता है। नियम के तहत कर्मचारी के हिस्से से मूल वेतन (Basic Salary) का 12% और कंपनी के हिस्से से 3.67 प्रतिशत यानी बेसिक सैलरी का कुल 15.67 प्रतिशत हर महीने पीएफ फंड में जाता है। हर वर्ष 2.5 लाख रुपये तक की जमा रकम पर टैक्स छूट भी मिलती है। गाढ़े वक्त में नियम के मुताबिक पीएफ के कुछ हिस्से को निकालने की भी सुविधा है। ऊपर से इस पर मिलने वाला ब्याज भी बैंकों के मुकाबले ज्यादा होता है। इन्हीं सारी खूबियों की वजह से पीएफ, सैलरीड क्लास और पेंशनभोगियों के लिए तब पतवार बन जाता है जब मोटे खर्चे के मझधार में मिडल क्लास की नैया डगमगाने लगती है।
जानें PF पर अब कितना ज्यादा मिलेगा ब्याज
EPFO एक्ट के तहत कर्मचारी की बेसिक सैलरी प्लस DA का 12% PF अकाउंट में जाता है। तो वहीं, कंपनी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी प्लस DA का 12% कॉन्ट्रीब्यूट करती है। कंपनी के 12% कॉन्ट्रीब्यूशन में से 3.67% PF अकाउंट में जाता है और बाकी 8.33% पेंशन स्कीम में जाता है। वही कर्मचारी के कॉन्ट्रीब्यूशन का सारा पैसा PF अकाउंट में जाता है। ऐसे में मान लीजिए आपके PF अकाउंट में 31 मार्च 2023 तककुल 5 लाख रुपए जमा हैं। ऐसे में अगर आपको 8.10% की दर से ब्याज मिलता तो आपको 5 लाख पर 40,500 रुपए ब्याज के रूप में मिलते। लेकिन अब ब्याज दर को बढ़ाकर 8.15% करने के बाद आपको 40,750 रुपए ब्याज मिलेगा।
पीएफ पर ब्याज के आकलन का एक फॉर्म्युला है....
अगर बेसिक सैलरी 15 हजार महीना है तो इसमें कर्मचारी का योगदान 12% यानी 1,800 रुपये है। ऊपर से कंपनी का योगदान 3.67% की दर से 550 रुपये। पीएफ में हर महीने 2,350 रुपये जमा 2022-23 में सालाना 8.15 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा यानी मंथली रेट 8.15/12 यानी 0.68 प्रतिशत 2,350 रुपये पर 0.68 की दर से ब्याज-15.98 रुपये यानी सालभर में कुल 191.52 रुपये ब्याज अगर इस बार पीएफ पर ब्याज दर नहीं बढ़ती और 8.10% रेट ही रहता तो हर महीने 0.67 प्रतिशत की दर से कुल 15.86 रुपये का ब्याज मिलता यानी साल में कुल 190.35 रुपये यानी सिर्फ 1.17 रुपये का फायदा।
बढ़े ब्याज दर से कर्मचारियों-पेंशनभोगियों को 5.50 अरब का फायदा
ऐसे में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पीएफ पर ब्याज दर बढ़ाने का ऐलान इन दोनों वर्गों को खुशी देने वाला है। हालांकि, यह बढ़त बहुत मामूली है, सिर्फ 0.05% की। लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि ईपीएफ के पास 6 करोड़ खाताधारकों के 11 लाख करोड़ रुपये जमा हैं। इस पर 0.05 प्रतिशत की दर से ज्यादा ब्याज मिलने का मतलब है कि खाताधारकों को 5.50 अरब रुपये ज्यादा मिलेंगे। ईपीएफओ ने कहा है कि वित्त वर्ष 2022-23 में पीएफ पर ब्याज के रूप में 90 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। यह तो हो गई मोटी रकम पर मोटे ब्याज की। लेकिन इंडिविजुअल की नजर से देखें तो यह ऊंट के मुंह में जीरे का फोरन ही मालूम पड़ता है। मान लीजिए कि वित्त वर्ष 2022-23 की शुरुआत में आपके पीएफ खाते में 3 लाख रुपये जमा थे। तो आपको 0.5% की ज्यादा की दर से सिर्फ मात्र 150 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। दरअसल, 0.05 प्रतिशत ब्याज का मतलब ही है, हर सौ रुपये पर 5 पैसे की आमदनी।
फाइनेंशियल ईयर के लास्ट में डिसाइड होती है ब्याज दर
PF में ब्याज दर के निर्णय के लिए सबसे पहले फाइनेंस इनवेस्टमेंट एंड ऑडिट कमेटी की बैठक होती है। यह इस फाइनेंशियल ईयर में जमा हुए पैसों के बारे में हिसाब देती है। इसके बाद CBT की बैठक होती है। CBT के निर्णय के बाद वित्त मंत्रालय सहमति के बाद ब्याज दर लागू किया जाता है। ब्याज दर का निर्णय फाइनेंशियल ईयर के लास्ट में होता है।