आर्थर रोड जेल पहुंचा सैफ अली खान का स्‍टाफ, पहचान परेड में शरीफुल इस्‍लाम की हुई श‍िनाख्‍त, कहा- उस रात यही था

Saif Ali Khan Attack

Saif Ali Khan Attack

Saif Ali Khan Attack: सैफ अली खान पर हुए हमले मामले में मुंबई पुलिस ने बुधवार को आर्थर रोड जेल में मामले के मुख्य आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद के लिए एक पहचान परेड कराई. पुलिस जांच के अनुसार, शरीफुल इस्लाम शहजाद ने कथित तौर पर डकैती के इरादे से सैफ अली खान के बांद्रा स्थित आवास में घुसपैठ की थी. हालांकि, उसका एक्टर से सामना हुआ और इस दौरान हुई हाथापाई में सैफ पर उसने चाकू से हमला कर दिया था.

जेल में आरोपी शरीफुल इस्लाम की आइडेंटिफिकेशन परेड हुई

बुधवार सुबह आर्थर रोड जेल में सीनियर जेलर के कमरे में किए गए आइडेंटिफिकेशन परेड में सैफ अली ख़ान के घर मे चोरी और हमले के आरोपी शरीफुल को पहचानने के लिए स्टाफ नर्स एलियाम्मा फिलिप औऱ हाउस हेल्प जुनू पहुंची थी. बारी बारी से दोनों के सामने अन्य कैदियों के साथ शरीफुल को भी खड़ा किया गया था. पहचान परेड कोर्ट से इजाजत लेने के बाद तहसीलदार की मौजूदगी में होती है. पुलिस या जेल स्टाफ को भी पहचान परेड के दौरान मौजूद रहने की इजाज़त नही होती है.

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक  पुलिस ने कहा कि उनके पास आरोपी के खिलाफ  पुख्ता सबूत हैं, जिसमें सीसीटीवी फुटेज और एक पॉजिटिव फेसियल टेस्ट शामिल है. परेड एक तहसीलदार और पांच पंचों की उपस्थिति में आयोजित की गई थी, और इस प्रक्रिया में गवाहों ने संदिग्ध सहित लगभग 10 व्यक्तियों की जांच की. कथित तौर पर, इन व्यक्तियों की शारीरिक विशेषताएं जैसे शारीरिक बनावट, त्वचा का रंग और ऊंचाई लगभग समान थीं. आरोपी को न्यायिक हिरासत में लेने के एक सप्ताह बाद पहचान परेड हुई है. 

आरोपी का फेसियल पहचान टेस्ट रहा पॉजिटिव

बता दें कि  31 जनवरी को मुंबई पुलिस ने आरोपी के फेसियल पहचान का टेस्ट कंडक्ट किया था. मुंबई पुलिस ने कहा, "गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद के चेहरे की पहचान का टेस्ट पॉजिटिव रहा. टेस्ट  के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा शख्स और मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद एक ही व्यक्ति हैं."

आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 311, 312, 331(4), 331(6) और 331(7) के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपी की पहचान बांग्लादेश निवासी के रूप में की गई है. रिपोर्टों में दावा किया गया है कि वह अपने पैतृक गांव भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसे ठाणे के हीरानंदएस्टेट में हिरासत में लिया गया.