गुलकंद खाने से स्वाद के साथ मिलेगी सेहत भी, गर्मियों में देता है ठंडक

गुलकंद खाने से स्वाद के साथ मिलेगी सेहत भी, गर्मियों में देता है ठंडक

गुलकंद खाने से स्वाद के साथ मिलेगी सेहत भी

गुलकंद खाने से स्वाद के साथ मिलेगी सेहत भी, गर्मियों में देता है ठंडक

नई दिल्ली। गुलाब के फूल में पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस जैसे कई तत्व मौजूद होते हैं। तो जब इससे गुलकंद तैयार किया जाता है तो ये सारे पौष्टिक तत्व उसमें समाहित हो जाते हैं। इसके सेवन से कई सारी गंभीर बीमारियों से दूर रहा जा सकता है। गुलकंद का स्वाद लगभग हर किसी को भाता है और गर्मियों में तो इसका सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। आइए जानते हैं इसके नायाब फायदे।

गुलकंद के लाभ

1. पसीने से राहत

गर्मी में ज्यादा पसीना निकलने की वजह से कमजोरी और थकान महसूस होती है। तो गुलकंद के सेवन से एक्सेसिव स्वेटिंग की प्रॉब्लम नहीं होती और थकान भी नहीं होती।

2. मुंह के छालों से राहत

मुंह के छालों की सबसे बड़ी वजह पेट की गड़बड़ी होती है। तो पेट की समस्याएं दूर करने के लिए गुलकंद का सेवन फायदेमंद रहेगा। गुलकंद में मौजूद सौंफ और इलायची इसकी पोषण को और ज्यादा बढ़ा देते हैं। बड़े ही नहीं बच्चों के लिए भी गुलकंद का सेवन लाभदायक होता है।

3. चमकदार त्वचा के लिए

गुलाब बहुत ही अच्छा ब्लड प्यूरीफायर भी है। इसके सेवन से खून साफ होता है। इस वजह से गुलकंद का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे चेहरे की चमक बढ़ती है, कील-मुहांसों की समस्या दूर होती है।

4. पेट की समस्याओं से राहत

गर्मी में अगर आपका पेट अकसर ही खराब या अपसेट रहता है तो गुलकंद खाने से काफी हद तक ये समस्याएं दूर की जा सकती हैं। पाचन तंत्र भी इसे खाने से सही रहता है।

घर में ऐसे बनाएं गुलकंद

सामग्री- 5-6 गुलाब, 3 बड़े चम्मच चीनी या मिश्री, 1 बड़ा चम्मच सौंफ, 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर और 2 बड़े चम्मच शहद।

विधि- सबसे पहले ताजे देसी गुलाब या किसी भी गुलाब की सारी पंखुड़ियां निकालकर कपड़े पर फैला लें।

- एक बर्तन में गुलाब की पंखुड़ियों और चीनी को मिक्स करें और आंच पर चढ़ाएं। इसे दो मिनट तक चलाएं और जब चीनी पिघल जाए, इसे आंच से उतार लें।

- इलाचयी पाउडर और सौंफ मिलाएं। दो मिट के बाद इसमें शहद मिलाएं।

- पूरी तरह से ठंडा होने पर इसे कांच के जार में रख लें।

यह एक साल तक खराब नहीं होता। गुलकंद को आप बिना पकाए सारी चीज़ें मिक्स करके कांच के जार में रखें और 15-20 दिन के लिए कड़क धूप में रखें। इस प्रक्रिया से बनाने पर इसके पौष्टिक तत्व सही सलामत रहते हैं।