हरियाणा में भूकंप, यह जिला रहा केंद्र; उधर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 2 दिनों में 6 बार कांपी धरती, रिक्टर स्केल पर तीव्रता जानिए
Earthquake in Haryana Jammu-Kashmir Ladakh News Update
Earthquake in Haryana: भूकंप से बार-बार धरती कांप रही है। बीती रात हरियाणा में भूकंप आया है। भूकंप का केंद्र पानीपत जिला रहा। हालांकि, भूकंप के झटके ज्यादा महसूस नहीं हुए। साथ ही इस भूकंप से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। दरअसल, भूकंप की तीव्रता काफी कम रही। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता की जानकारी दी है। केंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि, हरियाणा में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.0 मापी गई है। केंद्र ने बताया कि, रात 12 बजकर 28 मिनट के आसपास हरियाणा में भूकंप आया। भूकंप का केंद्र पानीपत रहा।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में फिर भूकंप
हरियाणा के अलावा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस हुए। सबसे पहले लद्दाख में मंगलवार रात 8 बजकर 36 मिनट के करीब भूकंप आया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3 मापी गई। वहीं भूकंप का केंद्र कारगिल था। वहीं इसके बाद जम्मू-कश्मीर में रात 11 बजकर 57 मिनट के आसपास भूकंप के झटके लगे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई। वहीं भूकंप का केंद्र किश्तवाड़ था। ध्यान रहे कि बीते सोमवार को ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तेज भूकंप आया था। दोनों प्रदेशों में एक घंटे के भीतर 4 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। चार बार आए भूकंप का केंद्र भी कारगिल और किश्तवाड़ था। इसके बाद अगले ही दिन दोनों प्रदेशों में फिर से भूकंप के चलते 2 दिनों में 6 बार धरती कांप गई।
2 दिसम्बर को भी लद्दाख में आया भूकंप
इससे पहले इसी महीने 2 दिसम्बर को भी लद्दाख में भूकंप आया था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.7 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र लेह-लद्दाख रहा था। ज्ञात रहे कि, पिछले कुछ महीनों में भूकंप से कई बार भारत की धरती हिल चुकी है और यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। हालांकि, भूकंप से अब तक भारत में कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन दुनिया के अन्य हिस्से भूकंप से जानी-माली नुकसान उठा चुके हैं।
क्यों आता है भूकंप?
बताया जाता है कि, धरती की अंदरूनी संरचना में टैक्टोनिक प्लेट्स (सरल भाषा में चट्टानें) मौजूद हैं। ये प्लेट्स लगातार हलचल करती रहती हैं। इस बीच जब यह इधर से उधर खिसकती हैं, टकराती हैं या टूटती हैं तो फिर तेज एनर्जी निकलती है और इससे धरती में कंपन पैदा होता है और इसे ही भूकंप कहते हैं। यानि धरती ऊपर से जितनी शांत है उतनी इसकी अंदरूनी सतह में हलचल चल रही है।
भूकंप आने पर क्या करें?
भूकंप आने के दौरान अगर आप घर या फ्लैट में हैं तो कोशिश करें कि खुली जगह पर आ जाएं। खासकर फ्लैट में मौजूद लोग जल्द से जल्द बाहर जरूर निकलें। क्योंकि फ्लैट की इमारतें काफी ऊंची होती हैं। ऐसे में इनके गिरने का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं भूकंप के चलते यदि आप बाहर खुली जगह पर आते हैं तो यहां भी आप यह सुनिक्षित करें कि आप किसी बिल्डिंग, पेड़ और बिजली के तारों या खम्भों के नजदीक तो नहीं है। इनसे दूरी बनाकर रखें। आप बिलकुल खाली जमीन को तलाश कर वहां पहुंच जाएं।