विश्व पृथ्वी दिवस : CMCH ने बताया पृथ्वी के प्रति सम्मान एवं प्रेम का महत्व
- By Kartika --
- Tuesday, 25 Apr, 2023
लुधियाना : 25 अप्रैल, 2023 : (कार्तिका सिंह/अर्थ प्रकाश) ::
धरा के बिना सब कुछ धरा का धरा रह जायेगा। इस बात में कितनी सच्चाई है, ये हम सब भली-भांति समझ सकते हैं। ज़िन्दगी की दौड़-भाग में हम कभी कभी इतना उलझ जाते हैं, कि साधन जुटाने को ही ज़िन्दगी समझ लेते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर आते ढेरों टेक्स्ट्स और किसी स्कूल, कॉलेज के फंक्शन होने पर याद आता है, कि आज तो ये फ़लाना ख़ास दिन है। इसी तरह शायद 22 तारीख को भी कुछ इसी तरह किसी न किसी बहाने याद आया होगा कि आज अर्थ डे है, यानि कि पृथ्वी दिवस। उस धरती क समर्पित दिन जिसे हम सब बड़ी लापरवाही से मुफ्त में मिली चीज़ की तरह पैरों के नीचे ही रहने वाली चीज़ समझ लेते हैं। इंसानी गरूर कि शायद हम सब अपने आप की अपने पैरों पर खड़े हैं। लेकिन दसवीं तक बेसिक साइंस पढ़ने के बावजूद हम भूल जाते हैं,कि इस धरती की एक ख़ास तरह की संरचना तथा स्थिति के कारण ही हम पनप पा रहे हैं। आसमान इस पूरे बह्मांड को थामे हुए हैं, अगर एक पल के लिए भी वो ऐसा करना छोड़ दे तो शायद सब कुछ एक झटके में ध्वस्त हो जायेगा। धरती का गुरुत्वाकर्षण बल, हमें चलने के योग्य बनाता है, न जाने किस बेसमझी में हमें खुद के पैरों पर खड़े होने की बात को इतना महत्व देते हैं। ये सारा ब्रह्माण्ड अगर इस जीवन को जीने लायक हालात न बनाएं तो शायद हम असिस्त्व का हिस्सा नहीं होते। इसी जीवनदायनी धरती के प्रति सम्मान और प्रेम को समर्पित दिन को सी एम सी के कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग ने दो दिन बाद यानी कि 24 अप्रैल को मनाया। क्यूंकि धरा के प्रति हमारा प्रेम हर क्षण व्यक्त होना ज़रूरी है, न कि किसी एक ख़ास दिन पर ही। ताकि हम सभी इस धरा के लिए कुछ कर सकें। जिस ने हमें जीवन दिया, आज उसे हमारी ज़रुरत है। आरामदायक साधनों को एकत्रित करने के साथ साथ चलिए आज अपनी इस धरती में निवेश करें।
कॉलेज ऑफ नर्सिंग, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, लुधियाना ने विश्व पृथ्वी दिवस 2023 को डॉ. उषा सिंह- प्रोफेसर और प्रिंसिपल, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सीएमसी और अस्पताल, लुधियाना के मार्गदर्शन में "हमारे ग्रह में निवेश करें" विषय पर मनाया। एक छोटा सा वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया था जहाँ डॉ. उषा सिंह - प्रधानाचार्य, प्रो. (श्रीमती) मालिनी सिंह भट्टी - उप प्रधानाचार्य, एसएनए-एसबीए समन्वयक और संकाय, कॉलेज ऑफ नर्सिंग ने विभिन्न पौधों को लगाया और इसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पानी पिलाया। पृथ्वी का संरक्षण एवं सम्मान करना। इस दिन को मनाने का प्राथमिक उद्देश्य हमारे ग्रह का सम्मान और रक्षा करना है और इसे रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए अहिंसा के उपाय करना है।