Doctors of the state will now talk to the Chief Minister on NPA, nothing happened in the meeting with the Health Minister

एनपीए पर अब मुख्यमंत्री से बात करेंगे प्रदेश के डाक्टर, स्वास्थ्य मंत्री से मीटिंग में नहीं बनी बात

Doctors of the state will now talk to the Chief Minister on NPA, nothing happened in the meeting with the Health Minister

Doctors of the state will now talk to the Chief Minister on NPA, nothing happened in the meeting wit

शिमला:हिमाचल सरकार द्वारा नई भर्तियों में डाक्टरों के लिए एनपीए करने के बाद सभी डाक्टरों ने सख्त रवैया अपना लिया है। शनिवार को स्वास्थय मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल के साथ एनपीए बहाल करने को लेकर बैठक हुई है। हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश राणा व महासचिव विकास ठाकुर के अलावा अन्य पदाधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे। इस बैठक में स्वास्थय मंत्री ने एनपीए के मसले को कैबिनेट और मुख्यमंत्री के समक्ष पेश करने का आश्वासन दिया, लेकिन उनके इस आश्वासन के बाद भी डाक्टर नहीं माने। ऐसे में मंत्री के साथ हुई वार्ता विफल रही।

हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर एसोसिएशन के महासचिव विकास ठाकुर ने बताया कि स्वास्थय मंत्री के साथ एनपीए को लेकर उनकी बैठक हुई थी। मंत्री की उनकी मांगो के प्रति सहानूभूति है, लेकिन उन्होंने एनपीए को दोबारा बहाल करने का कोई आश्वासन नहीं दिया है। ऐसे में डाक्टरों का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि सोमवार से सुबह 9:30 से लेकर 11 बजे पेनडाउन स्ट्राइक की जाएगी।

बढ़ेगा हड़ताल का समय

एक सप्ताह बाद हड़ताल का समय बढ़ा दिया जाएगा।डेंटल डॉक्टर्स एसोसिएशन्स के प्रदेशाध्यक्ष कमलजीत ठाकुर ने बताया कि डेंटल डॉक्टरर्स , मेडिकल अफसर एसोसिएशन व आयुष डॉक्टर्स एसोसिएशन ने एक संयुक्त मंच का निर्माण कर दिया हैं। वेटरिनरी डॉक्टर रविवार को इस मसले में फैसला लेंगे।

सीएम बुलाएंगे, तो जाएंगे

विभिन्न डाक्टर एसोसिएशंस के संयुक्त मंच का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री उन्हें वार्ता के लिए बुलाते हैं, तो वे वार्ता के लिए तैयार हैं। हालांकि डाक्टर आंदोलन इस शर्त पर ही वापस लेंगे कि सरकार एनपीए बहाल करने के लिए जल्द ही लिखित में अधिसूचना जारी करे।

प्रभावित नहीं होगी सेवाएं

मेडिकल अफसर एसोसिएशन के महासचिव डा. विकास ठाकुर ने बताया कि उनकी हड़ताल के कारण सुबह करीब डेढ़ घंटे तक ओपीडी नहीं होगी। हालांकि इस हड़ताल का आपातकालीन सेवाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से चलेंगी