Doctor by profession, now wants to enter politics

पेशे से डॉक्टर, अब राजनीति में चाहते हैं उतरना, पीजीआईएमएस से जुड़े कई डॉक्टर हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनाव लडऩे के इच्छुक

Doctor by profession, now wants to enter politics

Doctor by profession, now wants to enter politics

Doctor by profession, now wants to enter politics- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I रोहतक पीजीआईएमएस से जुड़े कई डॉक्टरों ने राजनीति में आने और राज्य विधानसभा के आगामी चुनावों में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया है। इन डॉक्टरों में से तीन ने अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस पार्टी के टिकट के लिए आवेदन किया है। वहीं एक डॉक्टर भाजपा के टिकट के लिए मैदान में है। बहरहाल यह भविष्य के गर्भ में है कि इन डॉक्टरों की चुनाव लडऩे की इच्छा पूरी होती है या नहीं क्योंकि अगले कुछ रोज में यह स्पष्ट हो सकेगा कि पार्टियां इनकी दावेदारी और बतौर डॉक्टर की गई सेवा को महत्व देती हैं या नहीं।

रोहतक पीजीआईएमएस के पूर्व निदेशक और पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएचएस), रोहतक के पूर्व कुलपति प्रोफेसर डा. सुखबीर सिंह सांगवान ने पानीपत (ग्रामीण) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट मांगा है। उनका कहना है कि मैंने विभिन्न पदों पर रोहतक पीजीआईएमएस और यूएचएस में सेवा की है। अब मैं अपने अनुभव का उपयोग स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार के लिए करना चाहता हूं , लिहाजा मैंने चुनाव लडऩे के लिए कांग्रेस से टिकट मांगा है।

पीजीआईएमएस में स्त्री रोग विभाग की वरिष्ठ प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. पुष्पा दहिया ने सोनीपत जिले के खरखौदा (सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदन किया है। उनका कहना है कि मैं लगभग 36 वर्षों से संस्थान में लोगों की सेवा कर रही हूँ। मैं अपने दायरे का विस्तार करना चाहती हूं और व्यापक और अधिक प्रभावी तरीके से समाज की सेवा करना चाहती हंूं। मुझे लगता है कि शिक्षित और ईमानदार लोगों को बेहतर प्रशासन और स्वच्छ प्रशासन के लिए राजनीति में शामिल होना चाहिए। प्रोफेसर पुष्पा ने पीजीआईएमएस में चिकित्सा अधीक्षक के रूप में भी काम किया है। उनके पति डॉ. अशोक चौहान पीजीआईएमएस में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर और प्रमुख हैं, जबकि उनके दिवंगत ससुर श्याम चंद हरियाणा में कैबिनेट मंत्री थे।

एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजय जौहर ने हिसार के आदमपुर से कांग्रेस का टिकट मांगा है। उनका कहना है कि पीजीआईएमएस में मेरे पास बेहतरीन नौकरी है और मेरी सेवानिवृत्ति में अभी भी आठ साल से अधिक का समय बाकि है, लेकिन मैं अपनी जड़ों की ओर लौटना चाहता था और जमीनी स्तर पर लोगों की सेवा करने में सक्षम होना चाहता था। मैं अपने गांव और आस-पास के इलाकों के निवासियों को मार्गदर्शन और सलाह देता रहा हूं और इस बार, मैंने राजनीति में उतरने का फैसला किया है। डॉ जौहर हरियाणा के दिवंगत मंत्री और सांसद मनीराम गोदारा के पोते हैं।

डॉ. आदित्य बत्रा, जिन्होंने पीजीआईएमएस में कार्डियोलॉजी में सलाहकार के रूप में काम किया है और अब शहर में एक अस्पताल चलाते हैं, रोहतक से ही भाजपा के टिकट के इच्छुक हैं। उनकी दलील है कि मैं बचपन से ही आरएसएस से जुड़ा रहा हूं। संघ और पार्टी संगठन के सदस्यों ने मुझे चुनाव लडऩे के लिए प्रेरित किया है। बहरहाल, पीजीआईएमएस में पल्मोनरी और क्रिटिकल मेडिसिन विभाग के प्रमुख और यूएचएस में डीन (शैक्षणिक मामले) प्रोफेसर डॉ. ध्रुव चौधरी के भाई, कर्नल (सेवानिवृत्त) रोहित चौधरी भी सोनीपत में बड़ौदा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट के इच्छुक हैं।