दिवाली पर सुरक्षा के निर्देशों को न करें नजरांदाज, पीजीआई ने जारी की हिदायतें
PGI Issued Instructions
चंडीगढ़, 21 अक्तूबर (साजन शर्मा) दिवाली रोशनी का त्योहार है और ज्यादातर लोग दिवाली उत्सव का बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम सुरक्षित और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील दिवाली की प्रथाओं का पालन करें और खुशी के इस त्योहार का आनंद लें। हम इसके लिए क्या करें और क्या न करें इसको ध्यान में रखना चाहिए। दिवाली के दौरान मज़े करें लेकिन सुरक्षा के इन ज़रूरी निर्देशों को नजऱअंदाज़ न करें। पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने इस त्योहारी सीजन के दौरान जलने से संबंधित चोटों वाले मरीजों की देखभाल के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है।
ये बरतें महत्वपूर्ण सावधानियां
-दीया, मोमबत्ती या पटाखे जलाते समय सिंथेटिक और ढीले कपड़े पहनने से बचें
-पटाखे और दीया जलाते समय हमेशा हाथ की दूरी पर खड़े हों
-पटाखे फोडऩे से वायु और ध्वनि दोनों प्रदूषण होता है। दिवाली को इस तरह से मनाएं जिससे दूसरों को असुविधा या नुकसान न हो। केवल ग्रीन पटाखों का उपयोग करें और वह भी नागरिक प्रशासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर
-पैरों को चोट से बचाने के लिए पटाखे को रेत या पानी की बाल्टी में फेंकना याद रखें
-पटाखे फोड़ते समय जूते पहनें। कभी भी ऐसे पटाखों को न उठाएं जो फटने में विफल रहे हों, इससे हाथ में गंभीर चोट लग सकती है
-मामूली जलने की स्थिति में जले हुए स्थान पर तब तक पर्याप्त मात्रा में पानी डालें जब तक कि जलन पूरी तरह से बंद न हो जाए।
-जले हुए स्थान पर कभी भी टूथपेस्ट या नीली स्याही जैसे एजेंट न लगाएं।
-कोई भी कसने वाली सामग्री जैसे अंगूठियां या चूडिय़ां तुरंत हटा दें, क्योंकि बाद में सूजन आ जाती है जिससे उन्हें निकालना मुश्किल हो जाता है।
-कपड़ों में आग लगने की स्थिति में स्टॉप, ड्रॉप एंड रोल