Diwali 2022 Date And Shubh Muhurat: अगर चाहते हैं कि इस दिवाली आप पर मेहरबान हों मां लक्ष्मी तो जान लीजिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
- By Sheena --
- Thursday, 29 Sep, 2022
Diwali 2022 Date And Shubh Muhurat
Diwali 2022 Date And Shubh Muhurat: में अक्टूबर महीने से कई बड़े व्रत त्योहारों शुरू हो रहे है। भारतीय लोगो को वैसे भी त्योहारों का बेसर्ब्री से इंतज़ार रहता है। त्योहारों के आने से मानो जैसे लाखो खुशियों और जश्न मनाने का माहौल बना रहता है। अक्टूबर महीने की शुरुआत शारदीय नवरात्रि के दौरान होगी। इसके बाद 5 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। वहीं महीने के आखिर में 24 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी। कुल मिलाकर यह पूरा महीना उत्सव मनाने में बीतेगा। दिवाली के आने से पहले ही लोग खूब त्यारियां में लग जाते है। घरो को सफाई और साज-सजावट होने लग जाती है पर कुछ लोग बिना जाने-समझे अपने घरो में मां लक्ष्मी की स्थापन व् दीयेकहा रखने है नहीं जान पाते। तो आइए जानते है इस दिवाली कैसे करे घर लेकर पूजा की त्यारी।
मां लक्ष्मी का होता है घर में आगमन
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के नियम के मुताबिक अगर दिवाली में दीये (Diya on Diwali) को रखा जाए तो घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। साथ ही घर में बरकत और सुख-समृद्धि बनी रहती है। दिवाली पर दीये में उपयोग किया जाने वाला तेल व्यक्ति की नकारात्मक ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है जबकि दीये की बाती आत्मा का प्रतीक माना जाता है। इस कारण जलते हुए दीए से आत्मा का शुद्धिकरण होता है।
पूजा थाली में दीये के साथ आभूषण
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की खास दिशा में दीया (Vastu Tips For Diya) जलाकर रखा जाए तो शुभ परिणाम मिलते हैं। जिस थाली में दीये को जलाकर रखा जाए, उसमें सोने या चांदी के अभूषण जरूर रखने चाहिए। इसके साथ ही अगर घर के नजदीक मंदिर है तो सबसे पहले वहां के लिए दीया अगर कर लें और वहां दीया जलाएं। इसके बाद ही घर के पूजा स्थल पर और बाकी हिस्सों में दीया जलाएं।
दिवाली 2022 पर शुभ मुहूर्त कब है ?
इस साल अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर को है। अमावस्या तिथि 25 अक्टूबर को प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो जाएगी। वहीं अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में होगी,लेकिन 24 अक्टूबर को निशित काल में भी अमावस्या तिथि होगी। दिवाली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी। 24 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर अमावस्या शुरू होगी जो मंगलवार शाम को 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। 24 अक्टूबर को दिवाली का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
दिवाली पर पूजा करने की विधि
दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। कहते है इस दिन अच्छे मन से अगर लक्ष्मी मां की पूजा की जाती है तो लक्ष्मी मां बहुत प्रसन्न होती है। साथ ही आपके जीवन में बहुत सुख-समृद्धि मिलता है। दिवाली की पूजा के लिए घर में लक्ष्मी-गणेश की नई मूर्ति लाकर विराजमान करें। घर में रंगोली बनाएं और पूजा स्थल पर एक चौकी रखें। चौकी में लाल कपड़ा बिछा दें। उस लाल कपड़े में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति विराजमान करें। चौकी के पास जल का एक कलश भी रखें। इसके बाद माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति को तिलक लगाएं और दीपक जलाएं। इसमें जल, अक्षत,मौली, गुड़, फल और हल्दी अर्पित करें। अब सब परिवार के साथ मिलकर लक्ष्मी मां की अरती करें।
घरो की सजावट
लोगो को दिवाली पर अपने घरो को साज-सजवाट का बेहद शोंक होता है क्योंकि दिवाली त्यौहार ही ऐसा है जब हम चाहते है कि हमारे घरो का सुख- समृद्धि सारा साल बरकरार रहे। लोग महीनो पहले ही घरो की सजावट में लग जाते है और कई लोग तो घरो को नया रंग करवाते है। घरो की अच्छे से सफाई करवाना, कचरा और कबाड़ निकालना ऐसे बहुत से साफ सफाई के काम घरो में होते है। ये मन जाता है के घरो के दालत को निकलने से मां लक्ष्मी उस घर में पधारती है और घरो में लोग इसलिए दीये, लाइट्स और पुष्प लगकर घरो को जगमगाते है और सुगंद से महकाते। घरो में औरतो को शोंक होता है की वे रंगोली बनाये और वह बनाती भी है।
लोगो का एक-दूसरे को उपहार बांटना
दिवाली त्यौहार पर लोग एक-दूसरे को उपहार बांट कर अपनी ख़ुशी मनाते है। अब तो ये दफ्तरों में भी होने लग गया है जहां Boss अपने कर्मचारियों को तोहफे देते है और bonus भी देते है। दिवाली त्यौहार परिवारों को, लोगो को आपसी प्रेम-प्यार में जोड़ता है।
घरो पर बनते है मिष्ठान भण्डार
दिवाली का त्योहार मिठाइयों के बिना अधूरा है। त्योहार के आते ही घर-घर से लेकर हर मार्केट में रंग बिरंगी मिठाइयां बिकनी शुरू हो जाती है। हालांकि मिलावट और महंगाई को देखते हुए बहुत बार लोग मिठाई खरीदते वक्त घबराते हैं और इसलिए वह घरो में ही मिठाइयां बना लेते है। आजकल घरो में दिवाली पर पान के लड्डू ,बेसन की बर्फी और पेठा बना लेते है जो उनकी सेहत के लिए भी अच्छी होती है कुछ मीठे मेवे आदि खाते है।