जिला पुलिस ने दो गैंगस्टर हथियारों समेत काबू किए
District police caught two gangsters with weapons
गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ के है करीबी, उनके इशारे पर देते थे वारदातों को अंजाम
मोहाली। जिला पुलिस ने कनाडा में बैठे गैंगस्टर सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ व लारेंस बिश्नोई गैंग के दो गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह निवासी नजदीक दाना मंडी भीखी जिला मानसा व मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना निवासी तलवंडी साबों के रूप् में हुई है। आरोपियों से कार व हथियार बरामद हुए है। आरोपियों पर थाना सिटी खरड़ में आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। एसएसपी विवेक शील सोनी ने बताया कि पुलिस को टेक्निकल व मैनुअल इनपुट मिली थी कि लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ का जेल में बैठा साथी मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना निवासी तलवंडी साबों बठिंडा पूरे पंजाब में अपना गैंग चला रहा है। उसके साथी ट्राइसिटी एरिया में कई ठिकाने बनाने में लगे हुए हैं। इसके बाद पुलिस कुराली थाने में 2021 के दर्ज मामले में गैंगस्टर मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर ले आई। साथ ही उसकी गिरफ्तारी डाली गई।
पुलिस पूछताछ में उसने अपने ग्रुप की कई योजनाओं का खुलासा किया। उसने पुलिस बताया कि कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने उसे व उसके साथियों के लिए गुरग्राम के नजदीक तीन पिस्तोल दबाए थे। जिनमें एक तीस बोर, एक 32 बोर व एक 315 बोर का था। पूछताछ में उसने लारेंस बिश्नोई ग्रुप के तारगेट के बारे में भी बताया फिर पुलिस की तरफ ने खरड़ में जलवायु टावर के नजदीक नाकेबंदी की। इस दौरान सफेद रंग लुधियाना नंबर की सफारी में गुरप्रीत सिंह को काबू किया। उसके पास 7.62 एमएम 33 (बोर) समेत छह कारतूस व 315 बोर के दो पिस्तोल समेत दो कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में साफ हुआ कि गुरप्रीत सिंह मानसा में 2014 में एक हत्या का केस दर्ज हुआ था। 2014 से लेकर 2020 तक पंजाब की विभिन्न जेलों में बंद रहा। इस दौरान उसने लारेंस बिश्नोई ग्रुप के गैंस्टरों से संपर्क कायम कर लिया।