Disputed chemist case file missing from GMCH 16

जीएमसीएच 16 से विवादित केमिस्ट मामले की फाइल गायब, पढ़ें क्या है मामला

Disputed chemist case file missing from GMCH 16

Disputed chemist case file missing from GMCH 16

Disputed chemist case file missing from GMCH 16- चंडीगढ़ (अर्थ प्रकाश/साजन शर्मा)। गवर्नमेंट मल्टी स्पेशियेल्टी अस्पताल सेक्टर 16 के विवादित केमिस्ट को वर्ष 2019 के दौरान पांच साल की एक्सटेंशन दी गई। यह फाइल अस्पताल से गायब  है। 2019 में इस केमिस्ट को अंतिम बार पांच साल के लिए एक्सटेंशन दी गई। इस दौरान कौन अफसर रहे जिन्होंने केमिस्ट पर पूरी मेहरबानी रखी और इसके साथ मिलीभगत कर खाया पिया और खिसक लिये, इसकी जांच विजिलेंस करेगी। हेल्थ विभाग की इनवेस्टीगेशन में पहले ही कुछ अफसरों पर भ्रष्टाचार का संदेह जताया गया है।

सारे प्रकरण में भ्रष्टाचार की आशंका देखते हुए चीफ विजिलेंस अफसर डॉ.धर्मपाल ने शुक्रवार को गवर्नमेंट मल्टी स्पेशियेल्टी अस्पताल सेक्टर 16 के विवादित कैमिस्ट शॉप मालिक पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी कर दिये हैं। आपीसी की धारा 406, 419, 420 व 120 बी एवं प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 13(1) बी एवं (2) के तहत यह एफआईआर दर्ज की गई है। उधर इस कैमिस्ट को नियमों के खिलाफ प्रश्रय देने के मामले में प्रशासन के जिन भी अफसरों का रोल रहा है,उनके खिलाफ  भी नियमों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। हेल्थ विभाग की ओर से कहा गया है कि मामले में अफसरों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। कोई कितने भी बड़े ओहदे पर हो या रहा हो,उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

हेल्थ विभाग की ओर से बताया गया कि जीएमएसएच के इस केमिस्ट को 28 दिसंबर 1992 में शॉप नंबर 6 अलॉट महज दो साल के लिए अलॉट की गई थी। इसकी लीज डीड 3 फरवरी 1993 को रजिस्टर्ड हुई थी। ऑक्शन डॉक्यूमेंट्स या अलॉटमेंट लैटर में कहीं भी दो साल के बाद इस केमिस्ट को एक्सटेंशन दिये जाने का प्रावधान नहीं था। बावजूद इसके केमिस्ट शॉप को कई मर्तबा एक्सटेंशन दी गई जिसमें कई तत्कालीन अधिकारियों पर शक की सुई घूम रही है।

बीते 30 साल से इस केमिस्ट शाप का मालिक यहां अभी भी दुकान चला रहा है। इस केमिस्ट ने कभी भी बिडिंग प्रोसेस में हिस्सा नहीं लिया और पारदर्शिता की धज्जियां उड़ा कर रखी। वर्तमान में यह केमिस्ट महज 2.34 लाख रुपये इस दुकान के लिए किराया दे रहा है जबकि जिन दूसरे केमिस्टों को अन्य शॉप अलॉट की गई है वह 17.01 लाख प्रति  माह किराया दे रहा है हालांकि इनकी शॉप का एरिया शॉप नंबर 6 से कम है।

इससे प्रशासन को जबरदस्त आर्थिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा केमिस्ट ने पब्लिक पैसेज को भी अवैध तरीके से 12 साल से भी अधिक समय तक दबा कर रखा लेकिन इस पर तत्कालीन अफसरों ने कोई एक्शन नहीं लिया गया। यह पब्लिक सेफ्टी के लिये खतरा बना रहा। 15 फरवरी 2023 को हालांकि इस पैसेज को केमिस्ट के कब्जे से मुक्त कराया गया। 2019 में इस केमिस्ट को एक्सटेंशन दी गई जो पांच साल के लिए दी गई। हैरानी वाली बात यह है कि जीएमएसएच 16 से यह फाइल गायब है।