आंध्र में महिलाओं के लापता के गलत आंकड़ो पर डीजीपी की स्पष्टता..!!

आंध्र में महिलाओं के लापता के गलत आंकड़ो पर डीजीपी की स्पष्टता..!!

Missing Women in Andhra

Missing Women in Andhra

( बोम्मा रेडड्डी एसएन )

अमरावती :: (आंध्र प्रदेश) Missing Women in Andhra: आंध्र प्रदेश के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस राजेंद्र नाथ रेड्डी ने  महिलाओं के गायब होने जाने कि सोशल मीडिया में अनेक प्रकार की खबरों को लेकर दी सफाई.

 आंध्र प्रदेश में महिलाओं के गायब होने पर जन सेना के प्रधान पवन के आरोप सनसनी बनी हैं. सरकार ने इस पर गंभीरता से प्रतिक्रिया दी. पवन की यह टिप्पणी का एपी में महिलाओं के गायब होने के पीछे ग्राम स्वयंसेवक हैं कहा इस विवादास्पद  बयान पर। प्रदेश महिला आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया और इसी मुद्दे पर केंद्र ने संसद में आंकड़े भी बताया हैं.

 डीजीपी ने असली आंकड़े बताया  राजेंद्रनाथ रेड्डी ने स्पष्ट किया है कि राज्य में तीस हजार लोग लापता हैं। वे आरोप लगाने से पहले सही रिपोर्ट को अस्पष्टता रुप से जानकारी होने पर ही आम जनता की सभा में घोषणा करना चाहिए जबकि ऐसा नहीं है  रिपोर्ट में कहा गया है कि एनसीआरबी के आंकड़ों के हवा ले या फिर किसी अन्य सूत्र से प्राप्त खबर को पवन ने प्रस्तुत किया था जिसके मुताबिक मुताबिक 26,000 लोग लापता हो गए कहा हैं। 
उन्होंने बताया कि केवल 2,700 महिलाएं ही ऐसी हैं जो गायब हुई हैं.. उनकी पहचान करने की प्रक्रिया भी जारी रहेगी. पता चला है कि लापता लोगों में से 23,354 लोगों की पहचान कर ली गई है. जो लोग अनेक कारणों से बाहर है तथा डीजीपी ने कहा कि विभिन्न कारणों से गुमशुदगी के मामले दर्ज किये जा रहे हैं. पुलिस का विशेष ध्यान : डीजीपी ने टिप्पणी की दर्ज किसी भी मामले को गलत ठहराना उचित नहीं है.

 उन्होंने कहा कि इसी तरह गांजे की खेती के बारे में भी कहा गया है कि 7500 एकड़ में भांग की खेती हुई है तो उसका पता लगा कर उसे नष्ट कर दिया जा रहा है. वह खेती नहीं है प्राकृतिक रूप से वहां के मौसम के हिसाब से अनादि काल से यह जंगल में पैदा हो रहा है उसे खेती नहीं कहा जा सकता और भील और पहाड़ी इलाके में होने के वजह से वहां कोई आना जाना नहीं होता है उस जगह में अपने आप यह उगते हैं कहा

 डीजीपी ने बताया कि मामले दर्ज होते हैं तो वे उसके स्रोत की तलाश कर रहे हैं. चूंकि पुलिस वैजाग में विशेष ध्यान दे रही है, इसलिए यह स्पष्ट किया गया है कि वहां से कोई आपूर्ति नहीं हो रही है। 

खुलासा हुआ है कि भांग की सप्लाई उड़ीसा से हो रही है और कई बार सीमावर्ती चेक पोस्टों में पकड़ा भी गया है उधर उड़ीसा से आने वाले छत्तीसगढ़ के सीमा इलाके में भी नाकाबंदी कर दी गई है कहा। अतिरिक्त और चेक पोस्ट बनाए जा रहे हैं और उस पर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. डीजीपी ने आंकड़े से खुलासा किया कि पिछले चार साल की तुलना में पिछले क्रमशः वर्तमान छह महीने में अपराध में काफी कमी आई है. अगर उसके पहले के भी आंकड़े देखें तो और अतिरिक्त ज्यादा था लेकिन वर्तमान 4 साल के आंकड़ों के बारे में बताना चाहता हूं हर वर्ष दिन-ब-दिन अपराध कम दर्ज होना यह राष्ट्र की व्यवस्था पर यह बताता है कि शांति पूर्वक है कहा 

डीजीपी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं पर विशेष फोकस करते हुए दुर्घटना के कारणों को चिन्हित किया गया है. विशेष उपाय: 36 प्रतिशत सड़क काम भी चल रहा है तेज गति से गाड़ियों को भगाने से भी कई सड़क हादसे हुए हैं 

इसके अलावा उन्होंने कहा कि दहेज उत्पीड़न के मामलों में भी काफी कमी आ गई है. डीजीपी ने कहा कि " दिशा" पुलिस स्टेशनों की स्थापना से और प्रगति हुई है. बापटला और ओंगोलु की घटनाओं को संयोग कहा जाता है। उन्होंने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने का आदेश दियाहै 

 बताया कि साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए तकनीक से लैस थाने बनाये गये हैं और भी बनाए जा रहे हैं काकी साइबर अपराधी को तत्काल रंगे हाथ पकड़ने की तकनीकी उपलब्ध में ला रहे हैं कहा. राज्य में साइबर अपराध और लोगों को प्रलोभन देकर थकना आदि दर को कम करने के लिए विशेष उपाय किये गये हैं।

 डीजीपी राजेंद्र नाथ रेड्डी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया समूहों पर निगरानी के अनेक प्रकार के प्रयोग में ला रहे हैं टावर टू टावर की हर कदम निगरानी रखे हुए हैं तथा प्रदेश में सेवर के मामले में काफी सजग है और इसको मुक्त रूप से और आगे कठोर कदम उठाने का प्रयास भी जारी है कहा हैं।

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