डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सिर पर उठाई ईंट, किया श्रमदान, जानिए कहां का है वाक्या
Deputy Chief Minister Pathak did Shramdaan
अयोध्या: Deputy Chief Minister Pathak did Shramdaan: रामनगरी अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने शनिवार को श्रमदान किया. निर्माण कार्य की प्रगति देखने पहुंचे डिप्टी सीएम ने खुद अपने सिर पर ईंट उठाकर निर्माण कार्य स्थल तक पहुंचाया. उन्होंने रामलला को नमन करते हुए उम्मीद जाहिर की कि निर्माण कार्य जल्द पूरा होगा और समय से पहले पूरा होगा. उन्होंने कहा कि अगले साल रामलला अपने गर्भगृह में विराजित होंगे. इसके बाद तमाम भक्तगण अपने आराध्य का दर्शन पूजन कर सकेंगे.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक शनिवार की दोपहर अयोध्या पहुंचे थे. यहां उन्होंने मंदिर के निर्माण कार्य का निरीक्षण (construction inspection) किया और मंदिर ट्रस्ट के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने मंदिर निर्माण में लगे मजदूरों और अन्य कर्मचारियों से भी बातचीत की. उन्होंने यहां काम कर रहे मजदूरों और कारीगरों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि श्रीराम का यह मंदिर खुद भगवान राम और बजरगंबली की इच्छा से हो रहा है और यहां काम कर रहे लोगों का सौभाग्य है कि उन्हें इस कार्य के लिए चुना गया है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से हो रहा है. यहां हो रहे निर्माण कार्य का खुद पीएम निगरानी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय समय से यहां आकर निरीक्षण भी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह मंदिर जब बनकर तैयार होगा तो दुनिया के सामने भारतीय सभ्यता और यहां की संस्कृति का प्रतिबिंब पेश करेगा. दुनिया भर के लोग तेजी से भारतीय परंपरा से जुड़ रहे हैं. मंदिर निर्माण के बाद वह भी अयोध्या आकर प्रभु श्रीराम के दर्शन कर सकेंगे.
मंदिर के निरीक्षण और श्रमदान करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि अयोध्या ना केवल देश और दूनिया की सबसे बड़ी धार्मिक नगरी के रूप में उभर रही है, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी यह शहर विश्व मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है. इससे उत्तर प्रदेश के विकास और पर्यटन को रफ्तार देने में काफी मदद मिलने वाली है.
भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए अयोध्या का योजनावद्ध तरीके से और तेजी से विकास किया जा रहा है. अगले एक साल में यह शहर विश्व का एक सुंदरतम और दिव्य और भव्य नगरी के रूप में प्रतिष्ठित होगा. इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को यहां चल रही सभी योजनाओं और परियोजनाओं में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए.
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