2022 में स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा राशि 11% घटकर 30 हजार करोड़ रुपये हुई, ये हैं आंकड़े
BREAKING
चंडीगढ़ में सरकारी छुट्टी का ऐलान; इस दिन बंद रहेंगे सभी सरकारी दफ्तर और इंस्टिट्यूट, प्रशासन ने जारी की अधिसूचना, यहां देखें हिमाचल CM की डिमांड: EVM से न हों चुनाव; सुक्खू बोले- बैलेट पेपर पर चुनाव हों तो शक दूर हो जाये, उधर प्रतिभा सिंह के विचार अलग दिल्ली के बुजुर्गों के लिए बड़ा ऐलान; चुनाव से पहले केजरीवाल ने खेला दांव, AAP सरकार से हर महीने मिलेंगे इतने रुपए, जानिए महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का इस्तीफा; चुनाव में करारी हार के बाद पार्टी में उठापटक, लीडरशिप में केवल 16 सीटें ही आईं लोकसभा में सत्र के पहले दिन ही विपक्ष का हंगामा, VIDEO; सदन की कार्यवाही इस तारीख तक स्थगित, राज्यसभा में भी कार्यवाही रुकी

2022 में स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा राशि 11% घटकर 30 हजार करोड़ रुपये हुई, ये हैं आंकड़े

Swiss Bank Deposits By Indians

Swiss Bank Deposits By Indians

Swiss Bank Deposits By Indians: स्विस बैंकों (Swiss Banks) में भारतीयों और यहां की कंपनियों के डिपॉजिट्स में कमी आई है. स्विटजरलैंड सेंट्रल बैंक (Switzerland Central Bank) ने डेटा जारी किया है जिसके मुताबिक भारतीयों और भारतीय कंपनियों द्वारा जो स्विस बैंकों में फंड रखा जाता है 2022 में 11 फीसदी घटकर 3.42 बिलियन स्विस फ्रैंक्स ( 30,000 करोड़ रुपये) रह गया है.   

स्विस बैंकों में भारतीय लोग और यहां की कंपनियां पैसा डिपॉजिट करते रहे हैं.  कुछ लोग भारत स्थित स्विस बैंकों के शाखाओं और दूसरे वित्तीय संस्थाओं के जरिए भी स्विस बैंकों में पैसा डिपॉजिट करते हैं. ये आधिकारिक आंकड़ा है जो बैंकों के स्विटजरलैंड सेंट्रल बैंक को बैंकों द्वारा उपलब्ध कराये गए डेटा के आधार पर जारी किया गया है. हालांकि इसमें कालाधन का आंकड़ा शामिल नहीं है जो भारतीयों ने स्विस बैंकों में जमा किया हुआ है. इन आंकड़ों में उस पैसे का जिक्र नहीं है जो भारतीयों, एनआरआई या किसी और ने तीसरे देश में स्थित इकाई के नाम पर स्विस बैंकों में डिपॉजिट किया हुआ है.  

स्विटजरलैंड सेंट्रल बैंक के मुताबिक 3.42 बिलियन स्विस फ्रैंक्स 2022 के अंत तक स्विस बैंकों पर भारतीयों का बकाया है जिसे टोटल लायबिलिटी की संज्ञा दी गई है. 2006 में स्विस बैंकों में भारतीय ने रिकॉर्ड 6.5 बिलियन स्विस फ्रैंक्स जमा किया हुआ था जिसके बाद से भारतीय के डिपॉजिट्स में लगातार कमी देखी गई है. केवल 2011, 2013, 2017, 2020 और 2021 में उछाल देखने को मिला था. 

स्विस अधिकारियों का मानना रहा है भारतीयों द्वारा स्विस बैंकों में जमा किया गए रकम को काला धन नहीं कहा जा सकता है. उनका कहना है कि वे टैक्स फ्रॉड और टैक्स की चोरी को रोकने में लगातार भारत का सहयोग करते रहे हैं. 2018 से भारत और स्विजरलैंड के बीच टैक्स मामलों को लेकर ऑटोमैटिक जानकारी साझा करने की संधि लागू हो चुकी है. इस नियम के तहत 2019 सितंबर में सभी भारतीय जिनका स्विक बैंकों में 2018 से अकाउंट है उनकी जानकारी भारत के टैक्स अथॉरिटी के साथ साझा किया गया था और अब ये हर साल साझा किया जाता है. भारत सरकार द्वारा सबूत उपलब्ध कराये जाने पर ऐसे लोग जो वित्तीय धाखाधड़ी में शामिल रहे हैं इनके डिटेल्स भी स्विस अथॉरिटी साझा करती रही है. 

यह पढ़ें:

घर बनाने वालों के ल‍िए खुशखबरी, मांग में तेजी फ‍िर भी 10-12 रुपये सस्‍ता होगा सीमेंट

IndiGo ने एविएशन इंडस्ट्री के इतिहास में अब तक का दिया सबसे बड़ा ऑर्डर, Airbus से खरीदने जा रही है 500 विमान 

एजुकेशन लोन लेने की सोच रहे हैं? पहले जान लीजिए इन जरूरी सवालों के जवाब