Delhi Election Commission Sends Letter to Election Commission Raising Serious Concerns Over Security and Fairness Ahead of Delhi Assembly Elections

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को पत्र, सुरक्षा बढ़ाने और निष्पक्षता पर गंभीर चिंता!

Delhi Election Commission Sends Letter to Election Commission Raising Serious Concerns Over Security and Fairness Ahead of Delhi Assembly Elections

Delhi Election Commission Sends Letter to Election Commission Raising Serious Concerns Over Security

नई दिल्ली, 7 जनवरी: Delhi Election Commission Raises Concerns Over Security and Fairness: चुनाव आयोग मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा, जबकि इससे पहले दिल्ली के निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) ने आयोग को एक पत्र भेजकर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की और चुनाव के सुचारू संचालन के लिए पुलिस सुरक्षा की आवश्यकता जताई। यह पत्र दिल्ली की मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच आया है।

आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मतदाता सूची को लेकर आरोप
आप ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह दिल्ली की मतदाता सूची से पूर्वांचली मतदाताओं के एक वर्ग को हटाने के लिए एक 'संगठित प्रयास' कर रही है। वहीं, भाजपा ने आप पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में 'अवैध' रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को बसाकर उन्हें आगामी चुनाव में 'वोट बैंक' के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है।

डीईओ का आरोप: आप नेताओं पर दबाव बनाने का प्रयास
दिल्ली के डीईओ ने अपने पत्र में दावा किया कि आप के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा और संजय सिंह 21, 28, और 29 दिसंबर 2024 और 3 जनवरी को उनके कार्यालय आए थे और व्यक्तिगत जानकारी मांगने के लिए उन पर दबाव डालने की कोशिश की गई। डीईओ ने कहा कि यह कार्य रूटीन ऑपरेशन से बाहर था और इसके माध्यम से उनका उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना था। इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री आतिशी पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिना एजेंडे के बैठकों के लिए उन्हें बुलाया था, जिससे वे असमंजस में पड़ गए।

दूसरी ओर जिला मजिस्ट्रेट और एडीएम ने भी चिंता जताई
दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) सनी के सिंह ने भी 4 जनवरी को सीएम कार्यालय को पत्र भेजकर इसी तरह की चिंताओं को दोहराया। उन्होंने भविष्य में होने वाली बैठकों के एजेंडे को पहले से साझा करने का अनुरोध किया, ताकि उनके 'फील्ड सत्यापन कार्य' में कोई बाधा न आए। सिंह ने पत्र में यह भी बताया कि उन्हें एक बैठक में शामिल होने का निर्देश बिना किसी एजेंडे के दिया गया, जिससे उन्हें बैठक के लिए तैयार होने में कठिनाई हुई। इसी तरह, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) निशांत बोध ने पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) को पत्र भेजकर निर्वाचन कार्यालय में व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस हस्तक्षेप की मांग की है।

चुनाव आयोग से सुरक्षा और निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद
निर्वाचन अधिकारियों का यह पत्र और उनके द्वारा उठाए गए सवाल यह संकेत देते हैं कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था और चुनाव प्रक्रिया के निष्पक्ष संचालन को लेकर गहरी चिंता है। चुनाव आयोग की भूमिका अब और भी महत्वपूर्ण हो गई है, और आयोग को इस मामले में कार्रवाई करते हुए चुनाव प्रक्रिया को निर्बाध और निष्पक्ष बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की उम्मीद जताई जा रही है।