Delhi Election Battle Unfolds Who Will Claim Victory and Who Will Face Defeat

दिल्ली विधानसभा चुनाव में सियासी महासंग्राम! किसकी होगी जीत और किसकी होगी हार?

Delhi Election Battle Unfolds Who Will Claim Victory and Who Will Face Defeat

Delhi Election Battle Unfolds Who Will Claim Victory and Who Will Face Defeat

नई दिल्ली, 7 जनवरी: Delhi Election 2025: A Battle for Power: चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस बार दिल्ली में मतदान 5 फरवरी को होगा, जबकि मतों की गिनती 8 फरवरी को की जाएगी। दिल्ली की सत्ता के लिए आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है।

आप की सत्ता को चुनौती देने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने ताकत झोंकी

आम आदमी पार्टी पिछले तीन बार से दिल्ली की सत्ता में काबिज है और इस बार भी अपनी सत्ता बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस आप की सत्ता से उखाड़ने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जिनका फायदा बीजेपी और कांग्रेस अपने चुनावी प्रचार में उठाने की कोशिश कर रहे हैं।

वोटरों का आंकड़ा और प्रमुख सीटें

दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 83 लाख से अधिक पुरुष और 71 लाख से अधिक महिला मतदाता हैं। दिल्ली की 70 सीटों पर चुनाव होना है, और मतदान करने के लिए सबसे अधिक मतदाता विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र में हैं। वहीं, दिल्ली छावनी विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम मतदाता हैं।

भ्रष्टाचार के आरोप और आप की कल्याणकारी योजनाएं

बीजेपी और कांग्रेस आप की सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगा रहे हैं, जिनमें दिल्ली की शराब नीति और मुख्यमंत्री आवास की साज-सज्जा के नाम पर हुए कथित घोटाले शामिल हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी इन आरोपों का जवाब अपनी कल्याणकारी योजनाओं से दे रही है। आप ने महिलाओं, पुजारियों, ग्रंथियों और इमामों के लिए आर्थिक सहायता और बुजुर्गों के मुफ्त इलाज जैसी घोषणाएं की हैं। दिल्ली में बिजली-पानी और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों ने आप के समर्थकों का एक बड़ा आधार तैयार किया है।

बीजेपी और कांग्रेस की चुनावी तैयारियां

बीजेपी चुनाव में 'डबल इंजन' की सरकार का नारा लेकर उतरी है, जबकि कांग्रेस अपनी लोकलुभावन योजनाओं के साथ चुनाव मैदान में है। कांग्रेस ने महिलाओं के लिए 2500 रुपये प्रति माह देने वाली 'प्यारी दीदी योजना' की घोषणा की है और आगामी दिनों में अन्य योजनाओं का ऐलान कर सकती है।

चुनावी उम्मीदवारों की घोषणा

आम आदमी पार्टी ने अपने सभी 70 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है, और इसमें कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। बीजेपी और कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। दिल्ली की प्रमुख सीट नई दिल्ली पर अरविंद केजरीवाल को चुनौती देने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने जोरदार उम्मीदवार उतारे हैं। बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है।

मुख्य मुकाबले और सियासी हलचल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बार भी नई दिल्ली सीट से चुनावी मैदान में हैं, जहां उन्हें कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है। कालकाजी सीट से चुनाव लड़ने वाली आतिशी का मुकाबला कांग्रेस की तेजतर्रार नेता अलका लांबा और बीजेपी के रमेश विधूड़ी से होगा। वहीं, जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया का मुकाबला कांग्रेस के फरहाद सूरी और बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह से होगा।

आप के इतिहास और पिछले चुनावी परिणाम

आम आदमी पार्टी ने 2013 में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाग लिया था और कड़े मुकाबले के बाद सत्ता में आई थी। 2015 के चुनाव में आप ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और 2020 में भी शानदार प्रदर्शन किया था, हालांकि 2015 जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाई। अब एक बार फिर से दिल्ली की सियासी तस्वीर तय करने के लिए चुनावी बिसात बिछाई जा चुकी है।

इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार के आरोपों, कल्याणकारी योजनाओं और उम्मीदवारों के चयन के साथ-साथ सियासी घमासान और तीखी नोकझोंक देखने को मिल सकती है।