CM केजरीवाल अब तिहाड़ में, कैसे गुजरेंगे दिन; इस जेल नंबर में शिफ्ट किए गए, बंदिशें होंगी, खाने-पीने और मुलाकात के ये नियम
Delhi CM Arvind Kejriwal in Tihar Jail During Judicial Custody
Arvind Kejriwal in Tihar Jail: दिल्ली शराब नीति घोटाले में गिरफ्तार सीएम अरविंद केजरीवाल को 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अब केजरीवाल तिहाड़ जेल में रहेंगे। बताया जा रहा है कि, तिहाड़ में केजरीवाल को जेल नंबर-2 में रखा जाएगा। केजरीवाल यहां अकेले रहेंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, शराब घोटाले में ही गिरफ्तार और तिहाड़ में बंद AAP सांसद संजय सिंह को कुछ दिन पहले जेल नंबर-2 से जेल नंबर 5 में शिफ्ट किया गया था। इसके अलावा इसी मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया जेल नंबर-1 में रखे गए हैं। वहीं इसी मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार के कविता को जेल नंबर- 6 में रखा गया है। वहीं इन सबके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी द्वारा गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को जेल नंबर-7 में रखा गया है।
केजरीवाल पर होंगी जेल की बंदिशें, दिन कैसे गुजरेंगे?
ईडी की रिमांड में रहते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लिए तीन आदेश जारी किए। जिनकी जानकारी केजरीवाल के मंत्रियों ने ने दी। लेकिन अब जब केजरीवाल न्यायिक हिरासत के तहत जेल में आ गए हैं तो ऐसे में उनपर जेल के नियम लागू होंगे। जेल की बंदिशें केजरीवाल पर भी प्रभाव करेंगी। जेल के नियमों के अनुसार, केजरीवाल को हर वक्त निगरानी में रहना होगा। कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं मिलेगी। कोई फाइल साइन नहीं कर सकते। कोई आदेश जारी नहीं कर सकते। केजरीवाल से एक बार में तीन लोग ही मिल पाएंगे। मुलाक़ात के दौरान बीच में लोहे की जाली होगी। दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक केजरीवाल की बैरक बंद रहेगी। साढ़े 12 बजे के बाद मुलाक़ात नहीं होगी। वहीं शाम 4 बजे लोग और वकील मिल सकते हैं।
जेल में खाने-पीने की क्या व्यवस्था?
बताया जाता है कि, तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान किसी को सुबह साढ़े 6 बजे चाय और ब्रेड के अलावा सुबह साढ़े 10 बजे दाल-सब्जी, 5 रोटी या चावल का खाना मिलता है। इसके बाद दोपहर साढ़े 3 बजे चाय मिलेगी और 2 बिस्किट मिलेंगे। फिर शाम साढ़े 5 बजे दाल- सब्जी, 5 रोटी या चावल का खाना दिया जाएगा। इसके बाद शाम 6 या 7 बजे से बैरक बंद।
केजरीवाल ने जेल में अपने पास ये चीजें रखने की इजाजत मांगी
बता दें कि, न्यायिक हिरासत में जेल में रहने के दौरान अरविंद केजरीवाल ने अपने साथ कुछ चीजों को रखने की इजाजत मांगी है। केजरीवाल ने कोर्ट से गुजारिश की है कि उन्हें विशेष आहार और दवाइयां लेने व किताबें रखने और धार्मिक लॉकेट पहनने की अनुमति दी जाए। केजरीवाल ने न्यायिक हिरासत में अपने साथ मुख्यता 3 किताबों को रखने की मांग की है- भगवद गीता, रामायण और हाऊ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड.
जेल से सरकार चलाना मुश्किल
जेल से सरकार चलाने की प्रक्रिया पर तिहाड़ जेल के पूर्व पीआरओ सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि, यह बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। सीएम के साथ एक निजी स्टाफ होता है। और जेल में इस प्रकार की कोई सुविधा नहीं है कि जहां से जहां से मुख्यमंत्री पद चलाया जा सके। इसके लिए सारे नियम तोड़ने पड़ते हैं। कोई भी इतने सारे नियमों को तोड़ने की इजाजत नहीं देगा।
सुनील कुमार ने कहा कि, सरकार चलाने का मतलब सिर्फ फाइलों पर हस्ताक्षर करना नहीं है। सरकार चलाने के लिए कैबिनेट की बैठकें बुलाई जाती हैं, मंत्रियों से सलाह ली जाती है और बहुत सारे कर्मचारी होते हैं, इसके अलावा एलजी के साथ बैठकें या टेलीफोन पर बातचीत होती है। और जेल में तो टेलीफोन की सुविधा ही नहीं है। वहीं जनता एक सीएम से मिलने आती है उनकी शिकायतों के निवारण के लिए जेल में सीएम कार्यालय बनाना असंभव है। वहीं जेल में कैदी हर दिन 5 मिनट के लिए अपने परिवार से बात कर सकते हैं और यह सब रिकॉर्ड किया जाता है।