Kanpur Dehat Accident : कानपुर इटावा हाईवे पर दिल्ली जा रही शताब्दी बस पलटी, यात्रियों में मची चीख-पुकार
Kanpur Dehat Accident
Kanpur Dehat Road Accident: कानपुर देहात में बड़ा सड़क हादसा हुआ है. यहां ट्रैवल बस अनियंत्रित होकर पलट गई है. बस में सवार करीब तीन दर्जन यात्री फंसे हुए हैं. नेशनल हाइवे कानपुर इटावा राजमार्ग पर ये हादसा हुआ है. जानकारी के अनुसार, बस पलटने से आधा दर्जन यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है.
बताया जा रहा है कि यह बस कानपुर से दिल्ली जा रही थी. बस पलटने से कोहराम मच गया. यात्रियों में चीख पुकार होने लगी. तेज रफ्तार बस डिवाइडर से टकराकर पल गई. मौके पर मौजूद राहगीरों ने रेस्क्यू शुरू किया. घटना के बाद भारी मात्रा में पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा. शीशे तोड़कर यात्रियों को निकालने की कोशिश जारी है. बताया जा रहा है कि कई लोग बस में अभी भी फंसे हैं.मौके पर राहत कार्य जारी है. यह घटना कानपुर देहात के अकबरपुर थाना क्षेत्र के देवीपुर गांव के पास की है.
इससे पहले शनिवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा (Road Accident) हुआ है. यहां श्रद्धालुओं से भरी हुई ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट जाने की घटना में 26 लोगों की मौत हो गई. वहीं इस घटना में अब तक कुल 28 लोग घायल हुए थे. कानपुर में ये सड़क हादसा साढ थाना (Sarh Thana) क्षेत्र में हुआ है. मरने वाले सभी कानपुर के कोरथा गांव के थे.
चशमदीद प्रीति ने कानपुर में हुई भीषड़ सड़कर हादसे के बारे में कुछ अहम जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चंद्रिका देवी मंदिर में मुंडन संस्कार कराने के बाद सभी पुरुषों ने देशी शराब के ठेके में शराब पी थी. इसके बाद फिर उन्होंने अनियंत्रित होकर गाड़ी चलाई थी. जिसके चलते ये हादसा हुआ है. वहीं मृतकों की संख्या जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने 26 बताई है.
घायलों से मिले सीएम योगी
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी रविवार की दोपहर कानपुर पहुंचे. यहां उन्होंंने अस्पताल में भर्ती सभी घायलों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा, "अस्पताल में भर्ती सभी नौ लोगों से मैंने बातचीत की है. अस्पताल में भर्ती सभी घायल लोग अखतरे से बाहर हैं. मेडिकल कॉलेज की टीम उनका उपचार कर रही है. जो 26 लोगों की मौत कल हुई थी, उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया लगभग पूरी होने जा रही है. हमारा प्रशासन, मंत्री और विधायक परिवार वालों के साथ हैं." अस्पताल में उन्होंने खुद हर घायल के पास जाकर उसका हाल-चाल पूछा.