दिल्ली एयरपोर्ट पर युवक को अचानक आया हार्ट अटैक; फर्श पर गिरने के बाद फड़फड़ाने लगा, CISF जवानों ने जिंदगी बचा ली VIDEO
Delhi Airport Youth Heart Attack Viral Video CISF Jawans Safe Life
Delhi Airport Heart Attack: इन दिनों हार्ट अटैक के केस अचानक बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं। पिछले दिनों कई लोगों (युवाओं को भी) को चलते-फिरते एकदम से मरते हुए देखा गया है। वहीं अब राजधानी दिल्ली के IGI एयरपोर्ट से एक युवक को हार्ट अटैक आने का मामला सामने आया है। यह युवक एयरपोर्ट पर अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहा था। इसी बीच लगेज के साथ आगे चलते समय युवक को अचानक हार्ट अटैक आया और इसके बाद वह फर्श पर गिर पड़ा और कुछ देर फड़फड़ाने के बाद बेसुध हो गया।
इस बीच आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया तो वहीं पास में मौजूद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान तुरंत दौड़कर युवक के पास पहुंचे और उसे होश में लाने के लिए CPR देने की प्रक्रिया शुरू की। जिसके बाद युवक को धड़कनें लौट आईं और वह होश में आ गया। CISF जवानों ने समय रहते युवक को मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया। वरना आज युवक की शायद मौत हो सकती थी। वाकई सीआईएसएफ़ जवानों ने युवक को नई जिंदगी दे दी।
युवक अब अस्पताल में भर्ती
इस मामले को लेकर CISF की तरफ से जानकारी दी गई है। सीआईएसएफ़ ने बताया है कि, मंगलवार सुबह (20 अगस्त) दिल्ली एयरपोर्ट पर उक्त युवक को अचानक दिल का दौरा पड़ने से सीने में तेज दर्द हुआ और इसके बाद वो फर्श पर गिर गया। जिसके बाद उसे त्वरित सीपीआर देकर उसकी स्थिति को स्थिर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई. सीआईएसएफ़ ने बताया है कि, उक्त युवक का नाम अर्शिद अयूब है और वह आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 से श्रीनगर की फ्लाइट के लिए रवाना हो रहा था। फिलहाल अर्शिद को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
"जवान Always on Duty"
दिल्ली एयरपोर्ट पर युवक को हार्ट अटैक आने और फिर CISF जवानों द्वारा उसे नई जिंदगी दिये जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। युवक की जिंदगी बचाने के लिए सभी लोग सीआईएसएफ़ जवानों की तारीफ कर रहे हैं। लोगों ने कहा कि, "जवान Always on Duty" हैं। जवानों ने कमाल कर दिया है।
देखिए वीडियो
हार्ट अटैक आने पर कैसे दें CPR?
ये स्थिति हम में से किसी के साथ भी घटित हो सकती है। इसलिए अगर आपके सामने ऐसी कोई भी स्थिति आती है तो सबसे पहले मरीज़ को फ़र्श पर लेटा कर उसका पल्स और धड़कन देखने की कोशिश करें। किसी एक व्यक्ति को फ़ौरन एंबुलेंस को कॉल करने को कहें। अगर नज़दीकी अस्पताल का नंबर है तो उसपर कॉल करें। अगर पल्स नहीं मिल रहा तो तुरंत CPR शुरू करें। मरीज़ के आसपास भीड़ ना लगाएँ और CPR तब तक देते रहें जब तक मदद ना आ जाये या मरीज़ का पल्स ना मिलने लगे।
CPR देने की विधि अगर आपको मालूम नहीं है तो आप यहां जान लीजिये। आप मरीज के कन्धों के पास घुटनों के बल बैठ जाएं। इसके बाद अपनी एक हाथ की हथेली को मरीज की छाती के बीच में रखें. दूसरे हाथ की हथेली को पहले हाथ की हथेली के ऊपर रखें। अपनी कोहनी को सीधा रखें और कन्धों को मरीज के छाती के ऊपर सीधाई में रखें. अपने ऊपर के शरीर के वजन का इस्तेमाल करते हुए मरीज की छाती को कम से कम 2 इंच (5 सेंटीमीटर) और ज़्यादा से ज़्यादा 2.5 इंच (6 सेंटीमीटर) तक दबाएं और छोड़ें। एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें। अगर आपको फिर भी सीपीआर देना नहीं आ रहा है, तो व्यक्ति के हिलने डुलने तक या मदद आने तक उसकी छाती दबाते रहें।