रक्षा मंत्री ने देश की सुरक्षा और आने वाली चुनौतियों को लेकर जताई चिंता, सेनाओं को एकजुट होकर काम करने की दी सलाह
Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को महू में आर्मी वार कॉलेज में वरिष्ठ सेना अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध के अपरंपरागत तरीके देश के सामने नई चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा की नई चुनौतियों से लड़ने के लिए आवश्यक हो जाता है कि भारतीय सेना ऐसी सभी परिस्थितियों के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित और सुसज्जित रहे।
किन नई चुनौतियों से जूझ रहा है भारत
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महू में अधिकारियों को संबोधित करते हुए भारत की सुरक्षा और आधुनिक तकनीक की चुनौतियों के बारे में चर्चा की उन्होंने कहा कि सूचना युद्ध, AI आधिकारिक युद्ध, विद्युत चुंबकीय युद्ध, अंतरिक्ष युद्ध और साइबर हमले जैसे कई अपरंपरागत तरीके अब हमारे लिए नई चुनौती पैदा कर रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक चिप्स की उपलब्धता पर विभिन्न देशों का प्रभुत्व भी सामंजस्य है, दुर्लभ पृथ्वी सामग्रियों पर एकाधिकार भी एक बड़ी चुनौती का संकेत देता है। हाइब्रिड युद्ध और ग्रीन युद्ध हमारी चुनौतियों को और भी ज्यादा बढ़ा रहा है। इसके अलावा उन्होंने महू के प्रशिक्षण केंद्र पर अधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि महू का प्रशिक्षण केंद्र इन प्रयासों में और इन चुनौतियों से लड़ने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह स्थान 200 से अधिक वर्षों से अपनी सैन्य वीरता के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार तीनों सेनाओं के बीच एकीकरण और एकजुटता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। क्योंकि भविष्य में हमारे सामने ऐसी चुनौतियां आएंगी जिनका सामना हमारी सेना मिलकर बेहतर तरीके से करेगी।
2047 तक भारत को विकसित करने का लक्ष्य
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित राष्ट्र बनाने के सपने की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है, और वह वर्तमान समय को एक परिवर्तन काल के रूप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि भारत निरंतर विकास के पद पर अग्रसर है, सैन्य दृष्टिकोण से हम निरंतर आधुनिक हथियार से लैस हो रहे हैं, हम न केवल अपनी सेनाओं को सुसर्जित कर रहे हैं बल्कि देश में बने उपकरण दूसरे देशों को भी भेज रहे हैं। आपको बता दें कि रक्षा मंत्री मध्य प्रदेश के महू में भारतीय सेना के तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों आर्मी वर कॉलेज, इन्फैंट्री स्कूल और मिलिट्री कॉलेज ऑफ़ टेलीकम्युनिकेशंस एंड इंजीनियरिंग के दो दिवसीय दौरे पर थे, इस दौरान उनके साथ सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।