चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का हुआ आगाज़, कल होगा जजमेंट का फैसला
CU IFF के पहले दिन दिखाई गईं देश -विदेश की चुनिंदा शार्ट फ़िल्म्स
3 मई, 2023 : (कार्तिका सिंह// अर्थ प्रकाश) :
देश की जानी-मानी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आज अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का आगाज़ किया गया। देश के चुनिंदा फिल्ममेकर्स की शार्ट फिल्म्स के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर की 9 फिल्मों को भी स्क्रीनिंग के लिए चुना गया। शार्ट फिल्म्स के साथ ही डॉक्यूमेंटरीज, 2D एवं 3D एनीमेशन, एक्सपेरिमेंटल एनीमेशन तथा VFX बेस्ड कई फिल्मो की स्क्रीनिंग आज की गई।
सिद्धार्थ मस्केरी ने उम्दा अंदाज़ में साँझा किये अपनी फ़िल्मी ज़िन्दगी के अनुभव
इस फेस्टिवल में गेस्ट ऑफ़ हॉनर के रूप में जानेमाने स्टोरी-टेलर एवं फिल्म मेकर सिद्धार्थ मस्केरी ने शिरकत की। होने जीवन के अनुभवों को कहानी नुमा अंदाज़ में साँझा करते हुए, उन्होंने नए फ़िल्मकेर्स तथा कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपने अंदर की आग को पहचानने पर जोड़ देते हुए, कहा कि ''किसी भी कहानी अथवा रचना का स्त्रोत हम खुद हैं। बस जरुरत है, तो खुद के जुड़ कर खुद को जानने की''।
फिल्ममेकिंग के लिए ज़नून चाहिए : शिल्पी झा बोस
बहुचर्चित फ़िल्म 3 इडियटस, सनम तेरी कसम, गुज़ारिश जैसी फिल्मो की मेकिंग में सम्मिलित रही मशहूर आर्ट डायरेक्टर शिल्पी झा बोस ने अपने 18 वर्षों के फ़िल्मी सफर को बयां करते हुए कहा कि, '' फिल्मों में हर किसी का काम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। फिल्म सिर्फ डायरेक्टर्स या एक्टर्स ने नहीं चलती, उस एक फिल्म को बनाने में पूरी टीम मिल कर काम करती है। एक स्पॉट बॉय भी उतनी शिद्दत के साथ ही काम करता है, जितना कोई एक्टर या डायरेक्टर''। इसके साथ ही उन्होंने नए फ़िल्मकारों का मार्गदर्शित करते हुए कहा कि ''इस फिल्ममेकिंग की दुनिया में आपको बहुत मेहनत करनी होगी, 24 से 48 घंटे तक के शूट तभी मुकम्मल हो सकते हैं, जब आप सेल्फ़-डिसिप्लिन के साथ काम करेंगे, आपकी बॉडी फिट होगी, तथा फ़िल्मकिंग को लेकर आपके अंदर एक जूनून होगा''।
शिल्पी झा बोस तथा शैलेन्द्र सिंह सोढी के जूरी पैनल ने विभिन्न स्तरों पर मूवीज को किया जज
जानेमाने गीतकार तथा डायलॉग राइटर शैलेन्द्र सिंह सोढी ने अपने पंजाबी अंदाज़ में ऑडियंस के दिलों को छूटे हुए कहा कि, बस काम करते जाएं। उन्होंने ने अपने जीवन अनुभव साँझा करते कहा कि, 'पंजाबी होने के बावजूद जब राजस्थानी में कोक स्टूडियो के लिए 'चौधरी' गाना लिखा तो, ममुझे लोग सवाल करते थे, कि ऐसे कैसे? मुझे बस सभी भाषाओँ से प्यार है''।
इसके साथ ही शिल्पी झा बोसे एवं शैलेन्द्र सिंह सोढी ने सभी फिल्मों का मूल्यांकन किया। इन शार्ट फिल्म्स में से फिल्मकार मनु बुआनी की फिल्म 'न्यू कॉइन' को दर्शकों द्वारा काफी सराहा गयाI
इसके साथ ही फिल्मकार सम्राट सिंह द्वारा निर्मित शार्ट फिल्म, 'पिंक लिटिल सांता' तथा 'सामान' ने दर्शकों से खूब तालियां बटोरीं। इन सभी फिल्मों का रिजल्ट कल यानि कि 4 मई को साँझा किया जायेगा।
नए फ़िल्मकेर्स के लिए सफलता का मार्ग - दर्शन करने वाला रहा फेस्टिवल
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी निकट भविष्य में पालीवुड केंद्र के तौर पर भी उभरती महसूस हो रही है। आज शुरू हुए इस दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के लिए फिल्म निर्माताओं और फिल्म निर्देशकों ने अपना उत्साह दिखाया, उसे देखते हुए इस शिक्षण संस्थान में फिल्मब्सिटी की संभावनाएं दिखाई देने लगी हैं।