COVID warning once again

डाक्टर अरुण मित्रा ने दी ओमिक्रॉन से बचने की चेतावनी

Dr. Arun Mitra

लुधियाना: 22 दिसंबर 2022: (कार्तिका सिंह):: COVID Alert Once Again 

कोविड संक्रमण से बचाव के लिए सावधानियों का पालन करें 

कोविड एक बार फिर तेज़ी से सामने आ रहा है। चीन से आ रही खबरें भजनक हैं। पूरी दुनिया में हलचल भी है और सनसनी भी। एक बता चल वायरल हो रही है कि 90 दिनों के अंदर अंदर ही इस बारे कोविड पहले से कहीं अधिक तबाही ले कर आ रहा है। कोविड के इस विकराल रूप की चर्चा की है उस डाक्टर एरिक डिंग ने जिन्होंने 2020 भी इसी तरह की आशंका बहुत पहले जता दी थी जो बाद में सच निकली। चीन में लाशों के अम्बार लगने की बातों से साडी दुनिया दहशत  में है। कोविड के इस आतंक को लेकर भारत में भी बहुत से कदम उठाए जा रहे हैं। इसी बीच जानेमाने ईएनटी सर्जन डाक्टर अरुण मित्रा ने भी आम लोगों को आगाह करते हुए कुछ विशेष सावधानियां अपनी अपनी ज़िंदगी में तुरंत उतारने को कहा है। 

उन्होंने अतीत की भयावह समृतियों को याद दिलाते हुए कहा कि हमें अतीत के अनुभव से सबक सीखना चाहिए और ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे कोविड फिर से तबाही मचा कर अनमोल ज़िंदगियों को लील सके। बचाव में ही बचाव है। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत सरकार ने पिछले वर्षों में कोविड के कारण लगभग 5 लाख मौतों की सूचना दी है, स्वतंत्र एजेंसियों ने हमारे देश में 25-40 लाख मौतों की सूचना दी है।  यह एक बहुत बड़ा आंकड़ा है जिससे हमें बचना चाहिए।

गौरतलब है कि डॉ अरुण मित्रा, ईएनटी सर्जन होने के साथ साथ जानेमाने संगठन इंडियन डॉक्टर्स फॉर पीस एंड डेवलपमेंट(आईडीपीडी) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट भी हैं। उन्होंने लोगों को नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए न्यूनतम सावधानी बरतने की सलाह दी है। 

एक बयान में उन्होंने कहा कि भारत में भी ओमिक्रॉन संस्करण के नए मामले सामने आने की खबरें हैं। रिपोर्टों के अनुसार, यह कम समय में खिलता है और बहुत तेजी से फैलता है। हम जल्द ही इस पर और जानकारी प्राप्त करेंगे लेकिन पिछले अनुभव से सीखना हमेशा बेहतर होता है। इसलिए भीड़-भाड़ वाली जगहों, लिफ्ट, ट्रेन, बस, फ्लाइट और किसी भी बंद जगह जहां ज्यादा लोग हों वहां मास्क पहनने की सलाह दी जाती है। छह फीट की दूरी बनाए रखना, हाथ मिलाने से बचना और जहां आवश्यक हो, साबुन और पानी से हाथ धोना या सैनिटाइज करना सबसे अच्छा है। 

उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि सरकार ऐसी किसी भी स्थिति में आपदा अधिनियम को लागू नहीं करेगी और अचानक लॉकडाउन जैसे कदम उठाने से मासूम लोग परेशान होंगे लेकिन इसे स्वास्थ्य आपात स्थिति के तौर पर लिया जाएगा।