कोरोना के बढ़ते मामले चिंताजनक लेकिन डरने की जरूरत नहीं
- By Vinod --
- Wednesday, 21 Dec, 2022
Corona's increasing cases
Corona's increasing cases- भारत में कोरोना (Corona) बीते दिनों की बात हो गया था, लेकिन जिस प्रकार से चीन (China) समेत दूसरे कई देशों में इसके मरीजों की संख्या बढऩे लगी है, भारत में भी इसकी चिंता सताने लगी है कि कहीं कोई नया वैरिएंट तो नहीं आ रहा। भारत उन देशों में शुमार है, जहां कोरोना (Corona) ने भयंकर जनहानि की है, साल 2020 का मध्य और 2021 के वे शुरुआती महीने कोई कैसे भूल सकता है, जब अस्पतालों (Hospital) में मरीजों के लिए जगह नहीं थी और श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए भी इंतजार करना पड़ रहा था। पार्कों में अंतिम संस्कार करने पड़ रहे थे और गंगा जी में लाशें बहाई जा रही थी। यह सब बेहद कारुणिक समय था, लेकिन इसके बावजूद देश ने खुद को संभाला। हालांकि अब फिर चेतने का समय है और संभव है, केंद्र एवं राज्य सरकारों ने इस संबंध में अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह समय की मांग है और इसे जितनी तत्परता से किया जाएगा, उतना ही बेहतर है। केंद्रीय सरकार ने राज्य सरकारों (State Governments) को रोकथाम के प्रयास तेज करते हुए पॉजिटिव सैंपल की दैनिक आधार पर जीनोम सीक्वेंसिंग करने को कहा है। सरकार ने निर्देशित किया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस (Positive Case) के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के वेरिएंट का पता लगाया जा सके।
गौरतलब है कि अमेरिका (America) समेत 10 से ज्यादा देशों में कोरोना के मरीजों में अचानक इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं, यहां मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिका (America) में सोमवार को 19 हजार 893 नए केस सामने आए हैं। वहीं 117 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 55 हजार केस जर्मनी में मिले हैं। यहां 161 लोगों की जान गई है। वहीं जापान में 72,297 केस और 180 सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। ब्राजील में 29,579 केस और 140 मौतें हो चुकी हैं। दक्षिण कोरिया में 26,622 केस और 39 मौतें हुई हैं, वहीं फ्रांस में 8,213 केस और 178 मौतें हो चुकी हैं। भारत के लिए यह गनीमत है कि दुनियाभर में जहां कोरोना (Corona Case) केस बढ़े हैं, वहीं भारत में एक्टिव केस की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 20 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक की स्थिति में देश में कुल 3 हजार 490 एक्टिव केस थे, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं।
भारत में कोरोना के मामलों पर अंकुश लगाने में वैक्सीन (Vaccine) का बड़ा सहयोग रहा है। शुरुआत में वैक्सीन (Vaccine) के विरोधी भी सामने आए थे, जब यह कहा गया था कि यह सरकार (Government) की नहीं भाजपा की वैक्सीन है। हालांकि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा कारगर भारतीय वैक्सीन ही रही है।
अभी कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) ने संसद में बताया था कि भारत में वैक्सीनेशन (Vaccination) का आंकड़ा 220 करोड़ को पार कर चुका है। यह संख्या कोरोना (Corona) की सभी उपलब्ध वैक्सीन की पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज को मिलाकर है। देश में 18 जनवरी 2021 को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। जाहिर है, वैक्सीन के बावजूद भारत में भी कोरोना के मामले सामने आते रहे हैं। ज्यादातर लोगों को दूसरी बार भी कोरोना हुआ है। इतने दिनों में एंटी बॉडी विकसित हो चुकी हैं, लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट विकसित होना बंद नहीं हो रहे।
चीन जहां से कोरोना का जन्म हुआ है, में बिगड़ती स्थिति पूरी दुनिया को डरा रही है। चीन में कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद वहां संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के बाहर लंबी लाइन लग रही है, मरीजों को बिस्तर नहीं मिल रहे हैं। दवाएं भी नहीं हैं, जहां हैं भी वहां लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। श्मशान में भी शवों की लाइन लगी हुई है। बीजिंग में श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग 2000 तक पहुंच गई है। चीन के संबंध में यह रिपोर्ट चिंताजनक है कि 2023 तक चीन में कोरोना के कारण 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौतें होगी। बताया गया है कि अगले 90 दिनों में चीन की 60 फीसदी आबादी कोरोना संक्रमित हो जाएगी।
इन सूचनाओं, रपटों के मद्देनजर अपने आप को संवर्धित और अपडेट तो बनाए रखना जरूरी है लेकिन यहां यह कहना है। अगर दुनियाभर में एक सप्ताह के अंदर 35 लाख कोरोना (Corona) के मामले सामने आ रहे हैं तो यह फैलाव और तेजी से हो सकता है। ऐसे में केंद्र सरकार (Central Government) एवं राज्य सरकारों को अलर्ट मोड पर आते हुए उन सभी उपायों पर काम करना शुरू कर देना चाहिए जो कि कोरोना के भारत में प्रसार को रोक सके। हालांकि भारत के संबंध में यह भी कहा जा रहा है कि हमारे देश में वैक्सीनेशन (Vaccination) के 3 राउंड हो चुके हैं। लोगों में इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है। कोरोना तो भारत में भी हर जगह होगा, लेकिन वह अब हम पर इसलिए असर नहीं कर रहा। यह अच्छी बात है लेकिन सावधानी के अलावा अपना मनोबल को उपर करना है क्योंकि पिछले दिनों देखने में आया है कि हमारे देश में अधिकतर मौते डर से भी हुई है इसलिए कोई भी बीमारी आती है उसे सावधानी बरतने की जरूरत है लेकिन डरने की नहीं।
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