कांग्रेस ने खेला अपना बड़ा दाव, सीएम आतिशी के खिलाफ़ खड़ा किया अलका लांबा को

कांग्रेस ने खेला अपना बड़ा दाव, सीएम आतिशी के खिलाफ़ खड़ा किया अलका लांबा को, कालकाजी से लड़ेंगी चुनाव

कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र के लिए अलका लांबा को अपना उम्मीदवार घोषित किया।

 

Alka Lamba: कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र के लिए अलका लांबा को अपना उम्मीदवार घोषित किया। दरअसल अलका लांबा पूर्व आम आदमी पार्टी की सदस्य थीं, जो दिल्ली की मौजूदा मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली है, और यह एक उच्च दाब वाली लड़ाई होने का वादा करती है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में 51 कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से लड़ने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में सुश्री अलका लांबा की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी है।

 

घोषणा के बाद अलका लांबा ने कह दी इतनी बड़ी बात

 

कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कालकाजी से उम्मीदवार घोषित होने के बाद एक बड़ा स्टेटमेंट जारी किया है। उन्होंने कहा है कि मुझे नहीं लगता कि मैं सीएम के खिलाफ चुनाव लड़ रही हूं। अरविंद केजरीवाल ने खुद आतिशी को अस्थाई सीएम कहा है, इसलिए उनके पास सिर्फ एक महीना ही बचा है। केजरीवाल वैसे भी वापस नहीं आएंगे, एक संवैधानिक पद पर आसीन एक महिला के रूप में आतिशी अपने पद का अपमान कर रही है। अलका लांबा जी ने यह भी कहा कि केजरीवाल द्वारा अस्थाई सीएम कहे जाने पर आतिशी को अपना रूप स्पष्ट करना चाहिए। आपको बता दें 2020 के दिल्ली चुनाव में आतिशी ने कालकाजी सीट पर भाजपा के धर्मवीर को 55000 से अधिक वोटो से हराया था। वहीं कांग्रेस की शिवानी चोपड़ा को 5000 से कम वोट मिले थे और वह तीसरे स्थान पर रही थी। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या अलका लांबा कांग्रेस की तरफ से इन्हें कांटे की टक्कर दे पाती हैं या नहीं।

 

अलका लांबा का राजनीतिक बदलाव

पूर्व आम आदमी पार्टी की नेता और चांदनी चौक से पूर्व विधायक लांबा को शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर कांग्रेस उम्मीदवार घोषित कर दिया गया लेकिन यदि उनके राजनीतिक सफर की बात करें तो वह काफी बदलाव से भरपूर है। 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले वह कांग्रेस में शामिल हुई थी जहां वह 2015 में चांदनी चौक से दिल्ली विधानसभा के लिए चुनी गई। हालांकि आम आदमी पार्टी में रहने के बाद लांबा ने 2019 में फिर से कांग्रेस पार्टी चुन ली थी। इस मुकाबले में लांबा का मुकाबला आम आदमी पार्टी की प्रमुख नेताओं में से एक आतिशी से होगा जिसमें आगामी चुनाव में कालकाजी से एक महत्वपूर्ण चुनावी मैदान बन सकता है। भाजपा ने अभी तक आगामी दिल्ली चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है लेकिन ऐसी उम्मीद है कि इस घोषणा के बाद कुछ और भी तोहफे मिलने वाले हैं।