Haryana Assembly Election- हरियाणा में BJP की हो रही है छुट्टी; चुनाव आगे बढ़ाने की मांग पर कांग्रेस का हमला

हरियाणा में BJP की हो रही है छुट्टी; चुनाव आगे बढ़ाने की मांग पर कांग्रेस का हमला, कहा- परीक्षा से पहले नालायक बच्चे जैसा बर्ताव

Congress Attacks On BJP For Date Changes Haryana Assembly Election 2024

Congress Attacks On BJP For Date Changes Haryana Assembly Election 2024

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में बीजेपी ने इलेक्शन कमीशन (ECI) से विधानसभा चुनाव को आगे बढ़ाने की मांग की है। जिस पर अब कांग्रेस ने जबरदस्त हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि, हरियाणा की सत्ता से इस बार बीजेपी की छुट्टी होने जा रही है। इसलिए बीजेपी छुट्टियों का बहाना देकर चुनाव आगे बढ़ाने की बात कर रही है। इससे यह साबित होता है कि बीजेपी को अपनी हार का अहसास हो चुका है और इस वजह से वह उस तरह से बहाना बना रही है जैसे कोई नालायक बच्चा परीक्षा से पहले पेट दर्द का बहाना बनाता है।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा- लोग बीजेपी की छुट्टी करने के लिए आएंगे

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने चुनाव आगे बढ़ाने की मांग को लेकर बीजेपी को घेरते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- हरियाणा बीजेपी ने चुनाव आयोग को चुनाव टालने के लिए पत्र लिखा है, जो यह दर्शाता है कि बीजेपी चुनाव से किस कदर घबराई हुई है। अपनी हार सामने देख सत्ताधारी पार्टी द्वारा बचकाने तर्क दिये जा रहे हैं। क्योंकि उसके पास न कोई मुद्दा है, न जनता को बताने लायक कोई काम या उपलब्धि और न ही टिकट देने लायक 90 उम्मीदवार। इसलिए बीजेपी छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालने की साजिश कर रही है।

दीपेंद्र हुड्डा ने आगे कहा कि, हरियाणा के मतदाता बेहद जागरुक हैं। वो कहीं छुट्टी मनाने नहीं जाएंगे, बल्कि बीजेपी की छुट्टी करने के लिए भारी संख्या में मतदान केंद्र आकर वोट देंगे। दीपेंद्र हुड्डा के अलावा कुमारी सैलजा ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। कुमारी सैलजा ने कहा- छुट्टी होना तय है, इसलिए छुट्टी का बहाना बना रहे हैं। #BJPScaredOfElections

Congress Attacks On BJP For Date Changes Haryana Assembly Election 2024

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वहीं हरियाणा कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल से कहा गया- बीजेपी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कह रही है कि चुनाव टाल दो क्योंकि लोग छुट्टियों पर निकल जाएंगे। ये परीक्षा की सुबह पेट दर्द का बहाना बनाने वाले नालायक बच्चे जैसा बर्ताव है। लेकिन अब कोई बहाना नहीं चलेगा, हरियाणा बदलाव का मन बना चुका है। हरियाणा कांग्रेस ने आगे कहा- 1 अक्तूबर का दिन वोटिंग के लिए बहुत उपयुक्त है। बीच में 2-3 दिन के छुट्टी होने के कारण दूर दराज रहने वाले हरियाणवी अपने घर-गांव में आकर आराम से वोट डाल सकेंगे। बीजेपी का चुनाव आयोग को लिखा पत्र बचकाना है, भाजपा हरियाणा के लोगों को आलसी और गैर-जिम्मेदार समझती है।

Congress Attacks On BJP For Date Changes Haryana Assembly Election 2024

Congress Attacks On BJP For Date Changes Haryana Assembly Election 2024

 

बीजेपी के चुनाव आगे बढ़ने की मांग वाली पूरी खबर-

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हरियाणा में 1 फेज में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग

हरियाणा में 16 अगस्त को विधानसभा चुनाव-2024 को लेकर शेड्यूल जारी किया जा चुका है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक फेज में होगा। हरियाणा में 5 सितंबर को नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। जिसमें नामांकन की लास्ट डेट 12 सितंबर होगी। वहीं चुनाव के लिए दाखिल नामांकनों की छटनी 13 सितंबर को की जाएगी. जबकि 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 1 अक्टूबर को होगी। जबकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट एकसाथ 4 अक्टूबर को डिक्लेयर किया जाएगा।

हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं।

वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।

रियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।