Complaints on C-Vigil app

हरियाणा विधानसभा चुनाव: सी-विजिल एप पर शिकायतों का अंबार, राजनीतिक पार्टियों में प्रतिद्वंद्वियों को घेरने की होड़ सातवें आसमान पर

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Complaints on C-Vigil app- चंडीगढ़ (आदित्य शर्मा)। हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही समय बचा है। इस बीच राजनीतिक पार्टियों में प्रतिद्वंद्वियों को घेरने की होड़ सातवें आसमान पर पहुंच चुकी हैं। प्रत्याशियों के लुभावने वादों के बीच तीखे बाणों की बरसात भी जारी है, जिससे बचने के लिए प्रत्याशी सुरक्षित जगह तलाश रहे हैं। चुनावी रण की इस आग में  सोशल मीडिया भी खूब घी डाल रहा है।

प्रचार में जुटे प्रत्याशियों इधर सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट हुआ तो उधर, मंच पर तीखे तेवर दिखने शुरू हो जाते हैं। यही वजह है कि हरियाणा चुनाव आयोग के पास अब तक शिकायतों का अंबार लगा रहा। आयोग के सी-विजिल पोर्टल पर दिन-रात शिकायतों सिलसिला जारी है। आयोग के पास पहुंच रहीं इन शिकायतों में अधिकांश प्रचार के दौरान छवि धूमिल करने, अपशब्द, दुर्व्यवहार, रंजिश के अलावा गलत प्रचार करने या आयोग के नियमों का उल्लंघन करने से जुड़े  मामले हैं। आयोग के उच्च स्तरीय सूत्रों ने बताया कि शिकायतों के मामलों में अब तक गुरूग्राम, सिरसा, रोहतक, झज्जर और अंबाला समेत प्रदेश के 22 जिलों से कुल 17674 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। हालांकि, आयोग की ओर से 16424 शिकायतों पर जांच हो चुकी है जबकि 61 मामलों की तफ्तीश की जा रही है।

देखें कहां कितनी शिकायतें

हरियाणा चुनाव आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सी-विजिल पर ऐप पर चुनाव की घोषणा होने के बाद से अब तक मिली शिकायतों में सबसे अधिक फरीदाबाद से शिकायतें मिल रही हैं। यहां शिकायतों का आंकड़ा 4763 पहुंच चुका है, जिनमें से रिटर्निंग अफसर ने 101 शिकायतों को ड्राप करते हुए 4560 शिकायतों की जांच पूरी की। आयोग को सिरसा से 2298 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से रिटर्निंग अफसर ने 319 शिकायतों को ड्रॉप करने के बाद 1961 शिकायतों पर जांच की। इसी तरह गुरूग्राम से 2116 शिकायतें मिलने पर रिटर्निंग अफसर द्वारा 16 शिकायतें ड्राप करने के बाद 2108 शिकायतों का निपटारा किया जबकि 4 शिकायतों प फैसला लिया जाना बाकी है। उधर, रोहतक में 1625 शिकायतें रिटर्निंग अफसर को मिलीं। प्रचार के दौरान बहस, आयोग के नियमों की अनदेखी और आरोप-प्रत्यारोपों के अलावा सोशल मीडिया से जुड़ी इन शिकायतों में से रिटर्निंग अफसर द्वारा 173 शिकायतों को ड्राप करने के बाद 1460 शिकायतों में जांच पूरी कर ली गई और 2 शिकायतों पर जांच जारी रही। शिकायतों के मामलों में झज्जर भी पीछे नहीं रहा। आयोग को यहां से 1631 मामलों की शिकायतें मिलीं। आयोग ने जांच की और 1561 मामलों का निपटारा किया। आयोग के मुताबिक फतेहाबाद में पार्टियों के प्रत्याशियों में द्वंद्व कम देखने को मिल रहा है। अब तक आयोग को केवल 86 शिकायतें मिली जिनमें से 16 शिकायतों को आयोग ने जांच योग्य नहीं समझा और इसे ड्राप करने के बाद 69 मामलों की जांच कर इन्हें फाइल कर दिया गया। केवल एक मामले में जांच की जा रही थी।

पंचकूला में 568 मामले आए

आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक राजनीतिक पार्टियों के बीच छिड़े द्वंद्व के बीच पंचकूला में भी सुलग रहा है। भाजपा-कांग्रेस, जजपा, इनेलो समेत आजाद प्रत्याशियों में एक दूसरे को घेरने, कभी पार्टी तो कभी प्रत्याशी पर छींटाकशी या फिर पुराने कांड गिनाते हुए प्रचार को धूमिल करने की भरपूर कोशिशें जारी हैं। यह हम नहीं बल्कि आयोग का वो डाटा बयान कर रहा है जिसमें पंचकूला की शिकायतें  आसमान छू चुकी हैं। जी हां, पंचकूला के अंतर्गत आने वाले कालका सहित दो हलकों में से आयोग को 568 शिकायतें मिल चुकी हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा 15 शिकायतों पर जांच की गई जिनमें से 12 पर अभी भी जांच जारी है जबकि आयोग ने 35 शिकायतें को ड्राप करने के बाद 506 शिकायतों में अपनी जांच पूरी कर ली है। पंचकूला से सटे अंबाला मेंं मिलीं 1181 शिकायतों में से आयोग ने 1151 पर जांच पूरी कर ली जबकि 2 शिकायतों पर जांच जारी रही। इसी तरह यमुनानगर में राजनीतिक पार्टियों से जुड़ी 971 शिकायतें आयोग को प्राप्त हुई जिनमें से 895 शिकायतों की जांच करने के बाद 66 शिकायतों को रिटर्निंग अफसर ने ड्राप कर दिया जबकि जिला शिकायत केंद्र पर मिलीं 8 शिकायतों में से 2 शिकायतें पेंडिंग हैं।

ये भी देखें

भिवानी में 101 शिकायतों में 42 का निपटान 59 ड्राप, हिसार से सी-विजिल ऐप पर 366 शिकायतें आयोग को मिलीं जिनमें से 325 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया वहीं 11 शिकायतों को ड्राप कर दिया गया और जबकि 5 शिकायतों पर फैसला लिया जाएगा। मेवात से आयोग को 16 शिकायतें मिलीं और 5 मामलों में जांच की गई जबकि 11 शिकायतों को ड्राप कर दिया गया। रेवाड़ी में प्रत्याशियों ने राजनीतिक पार्टियों की 223 शिकायतें रिपोर्ट हुईं जिनमें से 11 शिकायतों को ड्राप करते हुए 212 शिकायतों में जांच पूरी की। सोनीपत से 399 शिकायतें प्राप्त हुई, 20 शिकायतों को ड्रॉप करने के बाद 375 पर जांच पूरी की गई जबकि 4 मामलों में आयोग की ओर से जांच की जा रही है।