पूरी रात सोए नहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान, जानिए अमृतपाल के पकड़े जाने की कहानी
CM Bhagwant Mann on Amritpal Singh Arrest
CM Bhagwant Mann on Amritpal Singh Arrest: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद पंजाब के CM भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपना संबोधन दिया है। सीएम मान ने कहा कि, आज करीब 35 दिन बाद अमृतपाल सिंह गिरफ्तार हो चुका है। अमृतपाल गैर-सामाजिक गतिविधियां कर रहा था और साथ ही पंजाब के नौजवानों को बहका रहा था। जिसके चलते उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई.
मान ने कहा कि, हम ऐसे लोगों को बिलकुल नहीं बख्शेंगे जो देश के दुशमनों के साथ मिलकर अमन-शांति बिगाड़ने और कानून को तोड़ने की कोशिश करेंगे। ऐसे लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा। हालांकि, हम किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं करेंगे। सीएम मान ने कहा कि, वह 3.5 करोड़ पंजाब वासियों को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने अमन-शांति भंग नहीं होने दी। उन्होंने शांति-सौहार्द बनाकर रखा और तनाव नहीं पैदा होने दिया। मान ने कहा कि, अमृतपाल की गिरफ्तारी पर कहीं भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।वह सभी जिलों के डीसी और SSPs से लगातार जानकारी ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान पूरी रात नहीं सोए
इधर, सीएम मान ने अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर एक और अहम जानकारी दी। सीएम मान ने बताया कि, उनके पास कल रात ही पूरी सूचना आ गई थी। जिसके बाद वह पूरी रात नहीं सो पाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें पंजाब की अमन-शांति की चिंता थी। वह किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था नहीं बिगड़ने देना चाहते थे। इसलिए वह हर 15 मिनट और आधे घंटे में सीनियर अफसरों से पूरे मामले में बातचीत करते रहे।
18 मार्च को ही गिरफ्तार कर लेते लेकिन गोली चल जाती
सीएम मान ने अपने संबोधन में एक और गंभीर बात कही। मान ने कहा कि, बतौर गृह मंत्री और मुख्यमंत्री होने के नाते वह यह कहना चाहते हैं कि, 18 मार्च को जब अमृतपाल के खिलाफ एक्शन शुरू हुआ तो अमृतपाल को उसी दिन भी गिरफ्तार किया जा सकता था लेकिन शायद इस बीच गोली चल जाती। लेकिन हम खून-खराबा नहीं चाहते थे। सीएम मान ने अजनाला कांड की भी बात की। मान ने कहा कि, अमृतपाल और उसके साथियों ने जब अजनाला थाने में चढ़ाई की और ये साथ में गुरु साहिब की पालकी लेकर पहुंचे तो हमने गुरु साहिब के चलते इनपर जवाबी कार्रवाई नहीं की। सीएम मान ने बताया कि, अफसरों ने जब उन्हे मामले की जानकारी दी थी तो उन्होंने कह दिया था कि ऐसी कोई कार्रवाई न की जाए जिससे गुरु साहिब की पालकी को नुकसान पहुंचे।
मोगा के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया अमृतपाल
बतादें कि, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह रविवार सुबह अमृतपाल को मोगा के रोडे गांव स्थित गुरुद्वारा साहिब के बाहर से गिरफ्तार किया गया है और इसके बाद उसे पंजाब में न रखते हुए असम में डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है। डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल के अन्य करीबी साथी भी बंद हैं।
स्पेशल ऑपरेशन में सुबह 6:45 पर गिरफ़्तार किया
पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते बताया कि अमृतपाल को पंजाब पुलिस और खुफिया विंग के जॉइंट ऑपरेशन में गिरफतार किया गया। पुलिस के पास गहरे इनपुट थे। जिसके बाद पुलिस मोगा के रोडे गांव पहुंच गई और पूरे गांव को घेर लिया। अमृतपाल गुरुद्वारा साहिब के अंदर था। पुलिस ने गुरुद्वारा साहिब के आसपास भी चौतरफा घेरा बना लिया। गिल ने कहा कि, गुरुद्वारे की पवित्रता और मर्यादा बनाए रखने के लिए पुलिस गुरुद्वारे के अंदर नहीं घुसी और अमृतपाल के बाहर आने का इंतजार किया।
गिल ने कहा कि, अमृतपाल पूरी तरह से घिर चुका था और वह अब बच नहीं सकता था। इसलिए वह जैसे ही गुरुद्वारे के बाहर आया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सुबह 6:45 पर अमृतपाल गिरफ़्तार किया गया और इसके बाद वायुसेना के माध्यम से उसे असम में डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया। गिल ने कहा कि, अमृतपाल पर NSA लगा हुआ था। आखिर कब तक भागता। उसके ऊपर लगातार न बच पाने का दबाव बना हुआ था।