मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी चेतावनी, कहा- गैरहाजिर अधिकारी-कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी चेतावनी, कहा- गैरहाजिर अधिकारी-कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आरटीओ में किए गए निरीक्षण के बाद सख्त नजर आ रहे हैं। आरटीओ में अधिकारियों की लापरवाई और समय में कार्यालय न पहुंचने से सीएम ने नाराजगी जताई है। जिसके बाद अब सभी विभागों को समय से खुलने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव को सख्त निर्देश दिए हैं कि समय पर ऑफिस नहीं पहुंचने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही बायोमेट्रिक से हाजिरी लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मुख्य सचिव डा. एसएस संधु को सभी सरकारी व अर्ध सरकारी कार्यालयों में समय पर न पहुंचने वाले अफसर और कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कारवाई की हिदायत दी। मुख्यमंत्री कार्यालय से सभी विभागों की बायोमेट्रिक हाजिरी की रिपोर्ट भी तलब की है।
अपने कार्यालय से शुरू की पहल
आम जनता की परेशानियों को न समझने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी सख्त हो गए हैं। उन्होंने साफ किया है कि लापरवाही कतई बरदाश्त नहीं की जाएगी। सीएम धामी ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता जनता की सेवा करना है। उन्होंने दफ्तरों में अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक के जरिए हाजिरी लगवाने को कहा, ताकि देर से आने वाले कर्मचारी चिन्हित किए जा सके। मुख्यमंत्री आवास व सचिवालय स्टाफ को सबसे पहले वक्त पर दफ्तर पहुंचने की हिदायतें मिली। इसके जरिए सीएम धामी ने अन्य विभागों के अफसर और कर्मचारियों को भी संदेश देने की कोशिश की। मुख्यमंत्री की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सरकुलर जारी करते हुए सभी अफसर और कर्मचारियों को सुबह साढ़े नौ बजे तक दफ्तर न पहुंचने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कारवाई की चेतावनी दी थी। इसके बाद अब स्टाफ निर्धारित समय पर पहुंचने लगे हैं।
आरटीओ में दिखी लापरवाही से सीएम नाराज
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार प्रदेश के नौकरशाही के पेंच कसने में जुटे हैं। इससे पहले सीएम धामी ने विभागों की समीक्षा बैठक में कहा था कि प्रदेश के विकास को गति देने के लिए वो न तो स्वयं चैन की नींद सोयेंगे और न अधिकारियों को सोने देंगे। इसी के तर्ज पर वे अब ऐसे विभागों को टारगेट कर रहे हैं जो कि सीधे जनता से जुड़े विभाग हैं। सबसे पहले सीएम ने आरटीओ कार्यालय को टारगेट किया और मिला भी वही। 10 बजने के बाद भी न आरटीओ न अधिकारी, कर्मचारी समय से कार्यालय पहुंचे तो सीएम ने पूरे कार्यालय में एक-एक कमरे का निरीक्षण किया तो 80 प्रतिशत से ज्यादा कार्मिक नदारद मिले। यहां तक कि आरटीओ दिनेश पठोई भी टाइम पर कार्यालय नहीं पहुंचे तो सीएम ने सस्पेंड कर दिया। बाकि कर्मचारियों का वेतन रोक दिया। अब सीएम ने सभी कार्यालय को समय पर आने के निर्देश देने के साथ ही बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य किया है।