मामा ये लो राखी, मां ने भेजी है... सालों पहले आर्टिस्ट ने कल्पना की, आज संयोग से सच्चाई बन गई, चांद पर पहुंचा चंद्रयान-3 तो यह तस्वीर वायरल
Chandrayan 3 on Moon Rakhi Cartoon Viral
Chandrayan 3 on Moon: बुधवार शाम 6 बजकर 4 मिनट पर जब अपना चंद्रयान 3 चांद पर पहुंचा तो पूरा भारत खुशी से खिलखिला उठा। मानो ऐसा लगा कि जैसे कोई एक सपना था जो सभी भारतवासियों ने एकसाथ मिलकर देखा था। इसलिए जब सपना सच्चाई में बदला, उम्मीद कामयाब हुई तो ऐसे में खुशी तो फिर बनती ही थी। लेकिन खुशी से झलख रहे भारत के तमाम चेहरों में एक चेहरा ऐसा भी था। जिसने सालों पहले अपने अपनी आर्ट से एक ऐसी कल्पना को प्रदर्शित किया था जो आज संयोग से सच्चाई में बदल चुकी है।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं किरण कांत की। किरण ने साल 2019 में चंद्रयान 2 मिशन के समय अपनी आर्ट के जरिए एक रॉकेट चांद के पास जाते हुए दिखाया. किरण ने रॉकेट के जरिए चंदा मामा को तिरंगे के साथ राखी भेजी। रॉकेट के एक हाथ में तिरंगा तो दूसरे हाथ में राखी थी। आर्ट की इस कलाकारी में सामने चंदा मामा को प्रदर्शित किया गया था जो एक हाथ हाथ आगे बढ़ाकर रॉकेट का अभिवादन कर रहे थे।
बता दें कि, अब जिस वक्त भारत का चंद्रयान 3 चांद पर पहुंचने में कामयाब हुआ है तो यह वक्त रक्षाबंधन का है। रक्षाबंधन का त्योहार निकट है और ऐसे में अपना चंद्रयान 3 चंदा मामा के पास पहुँच गया है। यानि संयोग से किरण कांत का राखी वाला यह चित्र चरितार्थ हो गया है। भारत माता (मां) की राखी न सही पर राखी रूपी प्यार लेकर लेकर चंद्रयान 3 चंदा मामा के पास जरूर पहुंचा है।
आपको बता दें कि, किरण कांत एक अच्छे आर्ट टीचर हैं और उन्नाव जिले के भगवंतनगर स्थित आरआरबीएन इंटर कॉलेज में आर्ट सिखाते हैं। जब उन्होने राखी वाला रॉकेट चंद्रमा पर जाते हुए बनाया था तो उन्होने उसपर लिखा भी था- 'मामा यह लो राखी भारत माता (मां) ने भेजी है'। किरण कांत ने कहा कि, मिशन सफल होने पर पूरा देश अपने-अपने तरीके से एक दूसरे को बधाई दे रहा है और खुशियां मना रहा है। उसी में मैं भी शामिल हूं। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने जो आर्ट उकेरी वो परिकल्पना थी लेकिन उसे हमारे देश के वैज्ञानिकों ने साकार कर दिया।