करोड़ों के घोटाले में चंद्रबाबू को 14 दिन का रिमांड पर जेल भेजा गया
N Chandrababu Naidu Custody
(अर्थप्रकाश/बोम्मा रेडड्डी)
अमरावती :: (आंध्र प्रदेश) N Chandrababu Naidu Custody: विद्युत हॉकी आंध्र प्रदेश में इन दोनों राजधानी के निर्माण के बाद और उसके पहले चंद्रबाबू नायडू के मुख्यमंत्री तो कार्यकाल में विधि तो इसी बीच स्किल डेवलपमेंट के बड़े करोड़ों के हेरा फेरी होने की बात जीएसटी संस्थान द्वारा केंद्र से राज्य से तालाब की गई तो बात सामने आई की एक फर्जी कागजात बनाकर किसी विदेशी कंपनी के नाम से मेडिएटर दलाल बनाकर करोड़ों रुपए हैंड लिए और इसके पूरे कर्ताधर्ता चंद्रबाबू नायडू के इशारे पर हुआ यह सीआईडी और आर्थिक अपराध से जुड़ी संस्थाएं प्रस्तुत किया न्यायालय के समक्ष उसमें चंद्रबाबू की कई दोषी तक सामने आए इन सारे तत्वों को देखते हुए कोर्ट ने चंद्रबाबू को 14 दिन के लिए रिमांड पर भेज दिया
मालूम हो कि सीआईडी अधिकारियों ने शनिवार को विजयवाड़ा कौशल विकास घोटाला मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू को गिरफ्तार किया था. सीआईडी अधिकारियों ने पूरे दिन चंद्रबाबू से पूछताछ की. बाद में आज सुबह चंद्र बाबू को विजयवाड़ा एसीबी कोर्ट में पेश किया गया और दोनों पक्षों की दलीलें सुनी गईं। बाबू की ओर से वकीलों ने तर्क दिया कि चंद्रबाबू की गिरफ्तारी अवैध थी क्योंकि उनका नाम एफएसआईआर में नहीं था.. सीआईडी की ओर से वकीलों ने तर्क दिया कि चंद्रबाबू को पूरे मामले की जानकारी थी. नतीजा ये हुआ कि कोर्ट ने चंद्रबाबू की बार-बार लगाई गई जमानत याचिका खारिज कर दी. इसके साथ ही पूर्व सीएम चंद्रबाबू का जेल जाना तय है. मुख्यमंत्री के रूप में चंद्रबाबू के कार्यकाल के दौरान, भ्रष्टाचार के आरोप हाल ही में सामने आए हैं कि फर्जी अनुबंधों के माध्यम से सैकड़ों करोड़ रुपये का सार्वजनिक धन हस्तांतरित किया गया। ऐसी खबरें आई हैं कि चंद्रबाबू पीए श्रीनिवास के माध्यम से शापूरजी पल्लोम जी की कंपनी प्रति निधि मनोज वासुदेव ने उपठेकेदार का अवतार लिया है और यह पैसा अपने खातों में डाला है। इस भ्रष्टाचार को लेकर उनके खिलाफ कई साल पहले मामले दर्ज किये गये थे और कुछ गिरफ्तारियां भी हुई थीं.
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