लोकसभा में "काग" की रिपोर्ट से चंद्रबाबू आर्थिक नीति की पोल खुली,
लोकसभा में "काग" की रिपोर्ट से चंद्रबाबू आर्थिक नीति की पोल खुली,
(अर्थ प्रकाश/ बोम्मा रेडड्डी)
अमरावती :: (आंध्र प्रदेश) वाईएसआर पार्टी के राज्य महासचिव और सरकारी सलाहकार (सार्वजनिक मामले) सज्जला रामकृष्ण रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पिछले चुनाव के दौरान किए गए सभी वादों को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश राज्य शासन अन्य राज्यों के अनुकरण के लिए एक उदाहरण बन गया है क्योंकि नई योजनाएं अमल करने के बाद कई राज्यों के अधिकारी आकर इन योजनाओं के बारे में जानकारी लेकर जब वहां प्रयोगात्मक चालू कर रहे हैं एक खुशी की बात है कहां। सज्जला ने राज्य की वित्तीय स्थिति पर अपने नकली प्रचार के लिए तेलुगु देशों पार्टी और उसके सहयोगी पीत पत्रकारिता का ऐल्लो मीडिया को आड़े हाथों लिया और उन गलत खबरों को वेबसाइट ओं पर और अखबार के कथनों को भी प्रेस वार्ता में सभी को दिखाया गया।
गुरुवार को एपी सचिवालय में सरकार के विशेष सचिव कृष्णा दुव्वुरी के साथ एक संयुक्त मीडिया सम्मेलन में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उनके सहयोगी येल्लो मीडिया राज्य की वित्तीय स्थिति पर उस समयउनकी खामियों को छुपाते हुए दुर्भावनापूर्ण प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'तेदेपा के कार्यकाल में 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कोई खाता नहीं था कहकर छापना यही साबित करता है कि गलत प्रकाशन के माध्यम से लोगों को गलत गुमराह कर रहे हैं।
केंद्र ने लोकसभा में टीडीपी सांसद द्वारा उस समय के वित्तीय सहायता के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दियागया था कि चंद्रबाबू के काल में काल के रिपोर्ट को जवाब तक नहीं दिया गया और लाखों करोड़ों रुपए का हिसाब नहीं है वह कर लोकसभा में प्रस्तुत किया गया था लेकिन अब फिर से वे झूठा प्रचार कर रहे हैं कि राज्य में विसंगतियां थीं कहकर इस पीत पत्रकारिता ऐलो मीडिया फिर से गलत खबर छाप रहा है शर्म की बात है इस तरह की खबरों से लोगों में भ्रम फैलाना तेलुगू देशम पार्टी की मूर्खता ही है कहा जाएगा कहा
मुख्यमंत्री के विशेष सचिव दुव्वुरी कृष्णा ने श्रीलंका की वित्तीय स्थिति और वहां के वित्तीय कर्ज के बारे में बताया। उन्होंने वित्त वर्ष 22 में राज्य के वित्त और ऋण की स्थिति के बारे में भी विस्तार से बात की सी,ऐ, जी.( काग ) द्वारा जारी अनंतिम आंकड़े ही बताते हैं कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए, आंध्र प्रदेश सरकार ने राजस्व के साथ राज्य के वित्त को सबसे अधिक विवेकपूर्ण तरीके से प्रबंधित किया है। घाटा तक सीमित किया जाकर 8,370.51 करोड़ और राजकोषीय रहा। 25,194.62 करोड़। यह 2.10% से कम के जीएसडीपी अनुपात में राजकोषीय घाटे का अनुवाद करता है। इस तथ्य के आलोक में कि 15वें वित्त आयोग ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए जीएसडीपी अनुपात 4.5% के राजकोषीय घाटे की सिफारिश की है, राज्य के प्रदर्शन को अत्यंत विवेकपूर्ण माना जा सकता है कहा।