चंडीगढ़ में BJP के सभी पार्षद दे सकते हैं इस्तीफा! प्रॉपर्टी Tax बढ़ाए जाने के विरोध पर कोई सुनवाई नहीं, अब बड़े फैसले के मूड में

Chandigarh All BJP Councillors Can Resigns Due To Property Tax increased
Chandigarh BJP Councillors: चंडीगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिल रही है कि, चंडीगढ़ में बीजेपी के सभी निर्वाचित पार्षद इस्तीफा दे सकते हैं। बताया जाता है कि, प्रॉपर्टी Tax बढ़ाए जाने के विरोध में कोई सुनवाई न होने के चलते नाराज पार्षद अब सामूहिक इस्तीफे पर विचार करने लगे हैं। बीजेपी मेयर और सभी पार्षदों में प्रशासन के प्रॉपर्टी Tax बढ़ाए जाने के फैसले से लगातार नाराजगी देखी जा रही है.
टैक्स बढ़ाए जाने का बीजेपी कर रही विरोध
दरअसल, चंडीगढ़ में 1 अप्रैल 2025 से चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स और कलेक्टर रेट को तीन गुना बढ़ा दिया गया है। जिसके बाद से कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां इस फैसले को लेकर विरोध जता रहीं हैं और उनका प्रदर्शन देखा जा रहा है। इस समय चंडीगढ़ में बीजेपी का राज है यानि निगम में सत्ता है। लेकिन फिर भी प्रॉपर्टी टैक्स के मामले में पार्षदों की कोई सुनवाई न होने से अब पार्षद सामूहिक इस्तीफे के बड़े फैसले के मूड में हैं और कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
मेयर और बीजेपी पार्षदों की मीटिंग हुई
जानकारी मिल रही है कि, चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाए जाने के मामले को लेकर एक दिन पहले सेक्टर-33 कमलम में बीजेपी नेताओं की मीटिंग भी हुई थी। जिसमें बीजेपी मेयर के साथ सारे पार्षद और पार्टी की प्रधान की मौजूदगी रही। साथ ही मीटिंग में पार्टी के और भी नेता मौजूद थे। इस मीटिंग में पार्षदों ने कहा कि, अगर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है तो हम लोगों को क्या जवाब देंगे।
चंडीगढ़ सांसद मनीष तिवारी ने उठाया था मुद्दा
इससे पहले चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में नगर निगम को कम फंड दिए जाने और प्रॉपर्टी टैक्स व कलेक्टर रेट को बढ़ाए जाने का मुद्दा संसद में उठाया था। तिवारी ने कहा था कि, एक तरफ जहां चंडीगढ़ नगर निगम केंद्र सरकार से मिल रहे कम फंड से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ प्रॉपर्टी टैक्स व कलेक्टर रेट बढ़ाकर चंडीगढ़ के लोगों पर बोझ डाल दिया गया है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में चंडीगढ़ में बढ़ाए गए प्रॉपर्टी टैक्स और कलेक्टर रेट को वापस लेने की मांग की थी। तिवारी ने कहा था कि, प्रॉपर्टी टैक्स और कलेक्टर रेट बढ़ाकर लोगों पर जो इतना ज्यादा बोझ डाला गया है, उसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।