चंडीगढ़ में पेयजल की बेहतर सप्लाई, देश के किसी अन्य शहर में ऐसी सुविधा नहीं

Better supply of drinking water in Chandigarh

Better supply of drinking water in Chandigarh

Better supply of drinking water in Chandigarh- चंडीगढ़ (वीरेंद्र सिंह)। पीने के लिए प्रतिदिन चंडीगढ़ वासियों को मिलने वाले पानी की स्थिति देश के किसी अन्य शहरों से भी ज्यादा बेहतर है। चंडीगढ़ में पानी के 1.67 लाख उपभोक्ता है। नगर निगम प्रतिदिन 4997 लाख लीटर पीने का पानी सप्लाई करता है। एमसी को पता चला है कि इसमें से 38 प्रतिशत पानी की बिलिंग नहीं हो रही है। यह अवैध कनेक्शन के चलते पानी की चोरी का नतीजा है। 

भारत सरकार के नार्म्स के अनुसार लाइनों में १०-१५ प्रतिशत तक लीकेज होता है। तकनीकी परेशानियों और खराब लाइनों को ठीक करने पर एमसी 1019 से 2024 तक लगभग 50 करोड़ खर्च कर चुका है। 

एमसी के चीफ इंजीनियर का कहना है कि चंडीगढ़ में सप्लाई के लिए नगर निगम के पास पर्याप्त पानी है। किंतु गर्मियों में डिमांग बढ़ जाती है। ऐसे में सुबह पानी की बर्बादी करने वालों के आगामी 15 अपै्रल से चालान काटे जाएंगे। पानी की बर्बादी रोकने के लिए यह आवश्यक है। 

गाजीपुर रोड पर सुखना चौ के किनारे जंगल के हजारों पेड़ों की जिंदगी खतरे में

ग्रीन प्लैनेट सोसाइटी द्वारा सुखना चौक के किनारे घना जंगल बनाया जा रहा है और हजारों की संख्या में पेड़ पौधे लगाई जा रहे हैं दूसरी ओर सनसिटी अल्टिमा प्रोजेक्ट के बिल्डर द्वारा प्रोजेक्ट का मुख्य रास्ता होने के बावजूद पीछे से इस जंगल के बीचो-बीच ग्रेवल डालकर रास्ता बना लिया गया है और प्रोजेक्ट में से निकलने वाली मिट्टी को बड़े-बड़े टिप्परों में भरकर दूसरे प्रोजेक्ट में भेजा जा रहा है जिसके कारण एक तरफ तो सुखना चौ का बेड बर्बाद हो रहा है और दूसरी तरफ बहुत भारी मात्रा में धूल उडऩे के कारण आसपास के पेड़ पौधों को नुकसान पहुंच रहा है। यहां पर यह सवाल उठता है कि नगर कौंसिल द्वारा एक बिल्डर को जंगल में से जो के श्यामलाल जमीन में बना हुआ है उसमें से बड़े-बड़े टिप्पर निकालने के लिए रास्ता बनाने की इजाजत कैसे दे दी है? अगर बिल्डर ने अपने स्तर पर जंगल में से यह रास्ता बनाया है और बिना इजाजत के अपने टिपर पर यहां से निकल रहा है तो इतने महीना के बाद भी उसके खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की गई? 

क्या कहना है ग्रीन प्लैनेट सोसाइटी के अध्यक्ष सुमित भारद्वाज का

सनसिटी प्रोजेक्ट के बिल्डर द्वारा इस जंगल के रास्ते सुखना चौ में पानी गिराने संबंधी ग्रीन प्लैनेट सोसाइटी के अध्यक्ष सुमित भारद्वाज ने कहां के बिल्डर द्वारा यह पानी जंगल के लिए जरूर दिया हुआ है लेकिन ज्यादातर पानी सुखना चौक में जा रहा है और बर्बाद हो रहा है जो के नहीं होना चाहिए। जंगल में से बने रास्ते संबंधी सुमित भारद्वाज ने कहा कि यहां पर पहले भी रास्ता था लेकिन यहां से सिर्फ ट्रैक्टर अथवा हमारे अन्य वाहन ही जाते थे। सनसिटी अल्टिमा प्रोजेक्ट के बिल्डर का इधर से कोई रास्ता नहीं था। कुछ महीनो से बिल्डर द्वारा इस रास्ते से टिप्पर निकाले जा रहे हैं। जिसके कारण यहां पर धूल उड़ती है और वह पौधों पर जम जाती है इस संबंधी हमने 17 दिसंबर 2024 को डिपार्टमेंट ऑफ़ एनवायरनमेंट इन क्लाइमेट चेंज तथा पंजाब बायोडायवर्सिटी बोर्ड को पत्र लिखा है जिसमें इस धूल मिट्टी से पौधों को होने वाले नुकसान संबंधी जानकारी मांगी है लेकिन ढाई महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया उनके द्वारा रिपोर्ट आने के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी। विश्व जल दिवस के संबंध में बात करते हुए सुमित भारद्वाज ने कहा कि हमें पानी को बचाना चाहिए तथा अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने चाहिए।