नशे की लत के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हो: कटारिया

Let's unite in the fight against drug addiction

Let's unite in the fight against drug addiction

Let's unite in the fight against drug addiction- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ (ड्रग-फ्री इंडिया कैंपेन) में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई का जोरदार आह्वान किया गया। इस कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, साथ ही चंडीगढ़ के मुख्य सचिव राजीव वर्मा भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।

    राज्यपाल पंजाब गुलाब चंद कटारिया ने समाज के हर वर्ग से मादक द्रव्यों के सेवन और नशे की लत के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशा केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि एक गहरी सामाजिक समस्या है, जिसके लिए बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है। उन्होंने नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए सामुदायिक जागरूकता, निवारक उपायों, सख्त कानून प्रवर्तन और पुनर्वास कार्यक्रमों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया 'नशा मुक्त भारत अभियान' एक जन आंदोलन बन गया है, जिसमें छात्रों, युवाओं, शिक्षकों, स्वास्थ्य पेशेवरों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सामाजिक संगठनों को जागरूकता बढ़ाने और प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करने में शामिल किया गया है। गुलाब चंद कटारिया ने युवाओं को सकारात्मक विकल्प प्रदान करने और उन्हें नशीली दवाओं के लालच से दूर रखने के लिए खेल, सांस्कृतिक गतिविधियों और व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने नशे की लत से जूझ रहे लोगों के लिए समय पर हस्तक्षेप सुनिश्चित करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का आह्वान किया।

कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण जनता के बीच जिम्मेदारी और जुड़ाव की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई अनूठी जागरूकता पहलों का शुभारंभ था।     ‘विश इन द विंड पहल में प्रतिभागियों ने नशा मुक्त जीवन की अपनी आकांक्षाओं को गुब्बारों पर लिखकर आसमान में छोड़ा, जो एक उज्जवल भविष्य के प्रति आशा और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के आधिकारिक शुभंकर का अनावरण अभियान के संदेश को एक भरोसेमंद और प्रभावशाली तरीके से फैलाने में एक और महत्वपूर्ण कदम था।  

इसके अतिरिक्त, ‘वॉयस ऑफ कंसर्न’ पहल की शुरुआत की गई, जिसमें व्यक्तियों को पी.ओ. बॉक्स नंबर 331 पर भेजे गए पत्रों के माध्यम से नशीली दवाओं के दुरुपयोग से संबंधित अपने अनुभव, शिकायतें और सुझाव साझा करने की अनुमति दी गई, जिससे जरूरतमंद लोगों के लिए भावनात्मक समर्थन और उचित मार्गदर्शन सुनिश्चित हुआ। इस कार्यक्रम में छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, सरकारी अधिकारियों और कानून प्रवर्तन कर्मियों की उत्साही भागीदारी देखी गई, जिसमें सांस्कृतिक प्रदर्शन और संवादात्मक चर्चाओं ने नशा मुक्त समाज के संदेश को मजबूत किया।

कार्यक्रम में  निशांत कुमार यादव (उपायुक्त, यू.टी. चंडीगढ़), श्रीमती कंवरदीप कौर (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक), श्रीमती  अनुराधा चगती (सचिव, समाज कल्याण) और सुश्री पालिका अरोड़ा (निदेशक, समाज कल्याण) भी मौजूद रहे।