सबसे महंगा: 14 करोड़ में बिका पलसौरा का ठेका 

Palasaura contract sold for 14 crores

Palasaura contract sold for 14 crores

Palasaura contract sold for 14 crores- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। यूटी प्रशासन के एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग ने शुक्रवार को 97 में से 50 शराब के ठेकों को ही नीलाम करने में कामयाब हुआ। हालांकि 97 ठेकों में से 96 के लिए ही बिड आई थी जिनमें से पहले राउंड में 50 ठेके नीलाम हो सके। पिछले साल पहले राउंड में 97 में से 51 शराब के ठेकों की नीलामी हुई थी। शुक्रवार को शहर के इन 50 शराब ठेकों की हुई नीलामी में पलसौरा का ठेका सबसे महंगा 14 करोड़ रुपये में बिका।  इसकी रिजर्व प्राइस 10.22 करोड़ रुपए तय की गई थी। इस साल दूसरा सबसे महंगा ठेका सेक्टर-61 मार्केट में नीलाम हुआ। यह 12.25 करोड़ में बिका जबकि इसकी रिजर्व प्राइस 7.39 करोड़ थी।

पिछले कुछ वर्षों में चंडीगढ़ का सबसे महंगा ठेका धनास का रहा था। इस साल 11.27 करोड़ में नीलाम हुआ। इसकी रिजर्व प्राइस 8.71 करोड़ रुपए थी। पिछले साल हुई नीलामी में धनास का ठेका सबसे महंगा 9.17 करोड़ में बिका था। जबकि 2023 में इस ठेके का रिजर्व प्राइस अधिक होने से यह नीलाम नहीं हो पाया था। हालाकि 2022 में धनास कॉलोनी में स्थित शराब के ठेके के लिए सबसे ज्यादा बोली थी।

सेक्टर-48 मार्केट में शराब का ठेका 11.25 करोड़ में नीलाम हुआ। इसकी रिजर्व प्राइस 7.30 करोड़ थी। इसके अलावा सेक्टर-9 मध्यमार्ग का ठेका 11.15 करोड़ में नीलाम हुआ। इसकी रिजर्व प्राइस 5.53 करोड़ थी। मौली जागरां में ठेका 10.25 करोड़ और सेक्टर-9 की इंटरनल मार्केट में ठेका 10 करोड़ में नीलाम हुआ। एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग ने लाइसेंस फीस के रूप में कुल 606.43 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया, जो रिजर्व प्राइस से लगभग 36त्न अधिक है। साथ ही भागीदारी शुल्क के रूप में 4.56 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। कुल 97 ठेकों में से 96 ठेकों के विरुद्ध इलेक्ट्रॉनिक रूप से कुल 228 बोलियां प्राप्त हुईं थीं जिनका रिजर्व प्राइस 439.29 करोड़ रुपये था।

होटल पार्कव्यू में खुली बिड

शुक्रवार को सेक्टर-24 स्थित होटल पार्कव्यू में सभी बोलीदाताओं द्वारा जमा की गई फाइनेंशियल बिड खोली गई। इस मौके पर एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर हरि कल्लिक्कट, एसडीएम सेंट्रल नवीन, कलेक्टर (एक्साइज) एचपीएस बराड़ मौजूद थे। पीसीएस अधिकारी सुमित सिहाग को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था।