टूरिस्ट बसों की नो एंट्री और भारी चालानों को लेकर प्रतिनिधिमंडल मिला संजय टंडन से

No Entry of Tourist Buses and Heavy Fines
चंडीगढ़ 11 मार्च,2025: No Entry of Tourist Buses and Heavy Fines: चंडीगढ़ के टूरिस्ट बसों के मालिकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर चंडीगढ़ टूरिस्ट बस ऑपरेटर (पंजीकृत) के सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नरेश अरोड़ा के नेतृत्व में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और हिमाचल प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन से भेंटवार्ता की और एसोसिएशन के सदस्यों के साथ मिलकर संजय टंडन को ज्ञापन भी सौंपा
प्रतिनिधिमंडल में हरजिंदर सिंह, गुरिंदर सिंह, अमृतपाल सिंह, गुरमीत सिंह, भूपिंदर सिंह, खुशप्रीत सिंह आदि शामिल थे | प्रतिनिधिमंडल ने अपनी समस्या को बताते हुए कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन ने हाल ही में एक निर्णय लिया है कि टूरिस्ट बसों की सड़कों पर नो एंट्री की समय सारिणी तय की गयी है जोकि उचित नहीं है | इस से उनके व्यापार में ख़ासा परेशानिया खड़ी हो गयी हैं | अधिसूचना संख्या का संदर्भ। 2/3/57-HII (7)-2020/1176 उपर्युक्त नीति 2020 में तैयार की गई और 2025 में लागू की गई, जिसमें निजी यात्री वाहनों/पर्यटक वाहनों को एक विशिष्ट समय अवधि के लिए और विभिन्न सड़कों पर प्रतिबंधित किया गया | इस नीति के बदले में चंडीगढ़ पुलिस ने नो एंट्री अपराध के लिए चालान करना शुरू कर दिया है, जिसमें ऑपरेटर को 20000/- रुपये से 30000/- रुपये का जुर्माना लगाया गया है और यहां तक कि स्थानीय निवासियों और देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले पर्यटकों की सेवा करते हुए उक्त वाहनों को जब्त भी किया है, जिससे बसों में यात्रा करने वाली आम जनता को असुविधा हो रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य परिवहन प्राधिकरण द्वारा क्षेत्र में बसों के संचालन के लिए परमिट जारी किए गए हैं, लेकिन नई नीति ने प्रतिबंध लगा दिया है और इससे व्यवसाय का नुकसान हो रहा है और कमाई प्रभावित हो रही है और अपनी वित्तीय क्षमताओं को पूरा करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में संजय टंडन
चंडीगढ़ प्रशासन परिवहन विभाग द्वारा जारी इस अधिसूचना से राहत दिलाएं जिसे चंडीगढ़ यातायात पुलिस द्वारा लागू किया गया है |
आये हुए प्रतिनिधिमंडल की समस्याओं को सुनने के उपरान्त भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजय टंडन ने कहा कि उनकी समस्याओं को वो सम्बंधित विभाग और प्रशासन के आला अधिकारीयों के समक्ष रखेंगे और उनकी समस्या को सकरात्मक रूप से नियमानुसार हल करने का प्रयास करेंगे |