एफडीडीआई चंडीगढ़ के दूसरे दीक्षांत समारोह में 128 छात्रों को डिग्री प्रदान की

2nd Convocation of FDDI Chandigarh

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शिक्षा को कौशल के साथ जोड़कर देश की आवश्यकताओं के अनुरूप मानव संसाधन का निर्माण किया जाना चाहिए : राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया
विकसित भारत का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकता है, जब देश का प्रत्येक नागरिक प्रयास करें: राज्यपाल
बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वर्ण एवं रजत पदक से सम्मानित किया गया

चंडीगढ़/बनूड़ 10 जनवरी: 2nd Convocation of FDDI Chandigarh: फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई) बनूड़  स्थित परिसर में दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। एफडीडीआई भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा स्थापित एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है।

2nd Convocation of FDDI Chandigarh

दीक्षांत समारोह में पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर माननीय राज्यपाल ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा को कौशल के साथ जोड़कर देश की आवश्यकताओं के अनुरूप मानव संसाधन का निर्माण किया जा रहा है। जिससे बेरोजगारी कम हो और स्वरोजगार के अवसर पैदा हो सके। विकसित भारत के लक्ष्य का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकता है, जब देश का हर नागरिक प्रयास करें। उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक नागरिक की मेहनत और परिश्रम पर निर्भर करता है। उन्होंने विद्यार्थियों से संस्था का नाम रोशन करने और प्रयास करते रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि संस्था को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना उसके गुरुओं का सच्चा सम्मान होगा । राज्यपाल ने विद्यार्थियों से अपने माता-पिता का सम्मान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि माता-पिता स्वयं कष्ट सहकर बच्चे को अच्छा जीवन देते हैं, सभी को अपने माता-पिता का ऋणी होना चाहिए और उनकी मेहनत को याद रखना चाहिए। राज्यपाल ने विद्यार्थियों को जीवन के दूसरे चरण में समझदारी से आगे बढ़ने की सलाह दी।

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इस अवसर पर संस्थान के सचिव कर्नल पंकज सिन्हा ने बनूड़ परिसर में शैक्षणिक कार्यक्रमों की सराहना की और छात्रों और कर्मचारियों को लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था में फुटवियर उद्योग के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस उद्योग ने रोजगार और निर्यात में योगदान दिया है। उन्होंने मेक इन इंडिया का जिक्र करते हुए कहा कि देश के नेतृत्व ने ऐसी पहल का समर्थन किया है जिससे अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रज्ञा सिंह ने बताया कि एफडीडीआई स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर खुदरा और फैशन माल, फुटवियर डिजाइन, फैशन डिजाइन और चमड़ा और जीवन शैली उत्पाद डिजाइन के क्षेत्र में रोजगार उन्मुख व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित करता है। एफडीडीआई से डिग्री प्राप्त करने के बाद छात्र मल्टीनेशनल और नेशनल कंपनियों में अच्छे पैकेज पर कार्यरत होते हैं।

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उन्होंने इस मौके पर छात्रों को उद्योग जगत में सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं और अतिथियों को धन्यवाद दिया।    संस्थान के सभी विभागों-रिटेल और फैशन मर्चेंडाइज, फुटवियर डिजाइन, फैशन डिजाइन और लेदर एंड लाइफस्टाइल प्रोडक्ट डिजाइन से 2023 और 2024 बैच के 128 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इसी क्रम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वर्ण एवं रजत पदक से सम्मानित किया गया। 2023 बैच की आकांक्षा गुप्ता और ऋषिता लाडीवाल और 2024 बैच की दिवप्रिया और सतुति पंत को क्रमशः स्नातकोत्तर और स्नातक श्रेणियों में स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।

इसी तरह, फुटवियर टेक्नोलॉजी विभाग के 2023 बैच की एकजोत कौर, लेदर एंड लाइफस्टाइल प्रोडक्ट डिजाइन विभाग की सृष्टि मित्तल और फुटवियर टेक्नोलॉजी विभाग के 2024 बैच की ओजल गर्ग को रजत पदक से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के निदेशक, प्राचार्य और विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।