Chandigarh: भाजपा अध्यक्ष बदले जाने की चर्चा: अध्यक्ष पद पर अभी बने रहेंगे मल्होत्रा !

Talk of changing BJP president

Talk of changing BJP president

Talk of changing BJP president- चण्डीगढ़I भाजपा के प्रधान पद को लेकर पार्टी से जुड़े धुरंधर अपनी अपनी गोटियां फिट करने में जुट गए हैं। हर धुरंधर अपने खेमे से जुड़े नाम को आगे कर रहा है। भाजपा अध्यक्ष बदला भी जाना है या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं केवल सुगबुगाहट है लेकिन इस हलचल ने चंडीगढ़ भाजपा के भीतर खलबली जरूर पैदा कर दी है। भाजपा से जुड़े शहर के धुरंधर नेता एकदम सक्रिय हो गए हैं।  

हाई कमान के पास अपने खेमे से जुड़े नेताओं के नाम बढ़ाए जा रहे हैं। वैसे सूत्रों के हवाले से ये जानकारी भी सामने आ रही है कि अभी भाजपा अध्यक्ष नहीं बदला जाएगा। जितेंद्र मल्होत्रा के पास ही फिलहाल यह जिम्मा रहेगा। लोकसभा चुनाव की हार को लेकर जितेंद्र मल्होत्रा पर ठीकरा फोड़ने की तैयारी है लेकिन मल्होत्रा ने जिस तरह पार्टी का सदस्यता अभियान आगे बढ़ाया है, वो उनके बने रहने पर मोहर लगा रहा है।

भाजपा प्रधान के बदले जाने की चर्चाओं के बीच जो नाम सामने आ रहे हैं उसमें कई दावेदार हैं। इनमें प्रदीप शर्मा, सतिंदर सिंह, रविकांत शर्मा, देवेश मोदगिल, हरीश गर्ग के नाम प्रमुखता से चल रहे हैं। 

सूत्रों के मुताबिक संजय टंडन रविकांत शर्मा के लिए पैरवी कर रहें हैं तो सत्यपाल जैन देवेश मोदगिल के लिए। अयोध्या में श्री राम मंदिर के स्थापना दिवस पर इस वर्ष पूरे जनवरी में शहर में सफलतापूर्वक अनेक समारोह आयोजित करने वाले प्रदीप शर्मा को आरएसएस का कैंडिडेट बताया जा रहा है हालांकि आरएसएस ने उनके नाम की हामी नहीं भरी है। फायर ब्रांड व बेबाक हिंदूवादी एवं राष्ट्रवादी स. सतिंदर सिंह को भी आरएसएस के साथ साथ संजय टंडन का सहारा है। उधर पूर्व प्रधान अरुण सूद भी अपने मजबूत जमीनी जनसंपर्क के कारण अपनी लोकप्रियता के बूते पर अपने लिए लॉबिंग कर रहे हैं।

कहीं सहमति न होने पर संजय टंडन हरीश गर्ग व सत्यपाल जैन अपने से जुड़े नाम को आगे कर सकते हैं। अध्यक्ष पद के लिए राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू भी अपनी अपनी पसंद के उम्मीदवार का इस्तेमाल करेंगे क्योंकि इस समय पार्टी में उनकी मजबूत पकड़ है। वे मोदी-शाह के दुलारे हैं, ये बात पिछले दिनों देश के सबसे बड़े इन दोनों राजनेताओं के पेक के दौरे के दौरान एवं बाद में प्रशासक की सलाहकार समिति में शामिल नामों की लिस्ट पढ़ कर ही साबित हो गई।

सतनाम संधू, अरुण सूद व सत्यपाल जैन के अंदरूनी गठजोड़ के कारण तेजिंदर सरां की लॉटरी लग सकती है। वैसे मौजूदा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा भी रेस में बने हुए हैं। उन्हें हटाने के लिए विरोधी खेमा पूरे जोर लगाए हुए है। मेयर चुनाव व लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार के कारण उनके नंबर कटे जरूर थे  परंतु अभी पार्टी के संगठन पर्व में रिकॉर्ड संख्या में नए सदस्य जोड़ने की सफल कवायद से पार्टी में उनके नंबर बने हैं। 

नाम तो डॉ. धीरेंद्र तायल व शक्ति प्रकाश देवशाली के भी चल रहे थे, परंतु पार्टी ने डॉ. धीरेंद्र तायल को संगठन पर्व के अंतर्गत प्रदेश निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया हुआ है, जबकि शक्ति प्रकाश देवशाली को भी चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की गवर्निंग बॉडी का सदस्य बना दिए जाने के कारण उनके चांस खत्म हो गए हैं, ऐसा पार्टी सूत्रों का कहना है।

फिलहाल किसी महिला नेता का नाम चर्चा में नहीं हैं। चण्डीगढ़ भाजपा के इतिहास में आज तक महिला अध्यक्ष के तौर पर सिर्फ कमला शर्मा ही चुनी गई थीं।  अध्यक्ष पद के लिए एक और युवा नेता का नाम भी चर्चा में है, जोकि शहर के सभी बड़े नेताओं के साथ पूरे समन्वय के साथ काम कर चुका है। उनके नाम पर किसी को आपत्ति भी नहीं है।