मानसून सीजन में शिकायतों पर इंजीनियरिंग विभाग की त्वरित कार्रवाई की योजना: लाइट जाने, पेड़ गिरने या पानी जमा होने पर होगा तुरंत हल

Engineering department plans to take quick action on complaints during monsoon season

Engineering department plans to take quick action on complaints during monsoon season

Engineering department plans to take quick action on complaints during monsoon season- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I मानसून को गति पकड़ते देख और पब्लिक की सुविधा के लिये बिजली की रेगुलर सप्लाई जारी रखने, पेड़ गिरने या रिहायशी कालोनियों या सडक़ों पर पानी जमा होने की शिकायतों को लेकर इंजीनियरिंग विभाग की ओर से संपूर्ण तैयारी की गई है। इसे लेकर संपूर्ण तैयारियां कर ली गई हैं।

इंजीनियरिंग विभाग के अंडर जो रोड गली या प्रमुख सडक़ें हैं वहां मानसून सीजन के दौरान पानी जमा न हो इसका पूरा इंतजाम कर लिया गया है। इंजीनियरिंग विभाग के अंडर 5 हजार रोड गली आती हैं जिन्हें साफ किया गया है ताकि यहां से पानी की सही निकासी हो सके। चंडीगढ़ को चार जोन में बांटा गया है जहां कई टीमें लगाई गई हैं जो जरूरत के मुताबिक सडक़ों या एरिया में अपना फील्ड जॉब करेंगी। सुखना के रेगुलेटर एंड पर अधिकारियों की 24 गुणा सात ड्यूटी लगाई गई है जो लगातार झील के लेवल पर नजर रखेंगे ताकि रेगुलेटर एंड से पानी की सही निकासी निचली तरफ हो सके। रेगुलेटर एंड  पर 24 गुणा 7 कंट्रोल रूम स्थापित किया  गया है जहां फोन भी लगाया गया है।

इसका नंबर रहेगा 0172-2991109 जिस पर संपर्क किया जा सकता है। लेक से पानी छोडऩे या मॉनीटर करने इत्यादि को लेकर रेगुलेटर एंड पर चंडीगढ़, मोहाली के डीसी से तालमेल रहेगा। अगर रेगुलेटरी एंड से ज्यादा पानी आने पर सुखना के फ्लड गेट खोले जाते हैं तो बाकायदा पहले चंडीगढ, मोहाली के डीसी को इसकी जानकारी दी जाएगी। पेड़ों की छंटाई भी लगातार की जा रही है। जो पेड़ 33 या 11 केवी डिस्ट्रीब्यूशन लाइन में बाधा थे, वहां छंटाई का फायदा मिलेगा।

इंजीनियरिंग विभाग ने सिटीजन फेसीलीटेशन सेंटर जिसका फोन नंबर 0172-4639999 है भी स्थापित किया है जहां पब्लिक पानी जमा होने, पेड़  गिरने या बिजली संबंधी शिकायत दर्ज कर सकती है। इन शिकायतों को तय समय में हल किया जाएगा। इंजीनियरिंग विभाग ने इसके लिये सुपरिटेंडिंग इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई है ताकि वह मॉनीटरिंक करते रहें और विभागों के साथ तालमेल बनाये रखें।